ETV Bharat / state

झज्जर: आदर्श ग्राम योजना की उड़ी धज्जियां, गंदगी से बुजुर्ग महिला की मौत

सरकार विकास के अनेक दावे करती थकती नहीं, आदर्श ग्राम योजना के तहत तो गांवों का विकास भी किया जाना था, लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी दावों की पोल खोल रही है. झज्जर के एक गांव में इतनी गंदगी है कि एक बुजुर्ग महिला की डेंगू से मौत हो गई.

author img

By

Published : Aug 9, 2019, 8:11 PM IST

गांव में बेतहाशा गंदगी

झज्जर: गांव खेड़ी-खुम्मार की एक गली के लोग सड़क के ऊंची उठी होने से परेशान हैं. ग्रामीणों की परेशानी सिर्फ ये नहीं है कि सड़क को ऊंची उठाया गया है, बल्कि परेशानी ये है कि सड़क के ऊंची उठने के बाद साथ लगती गली कीचड़ से लबालब भरी है.

गांव खेड़ी-खुम्मार में गंदगी से बदहाल हैं लोग

पानी की निकासी न होने और बरसाती पानी कई-कई फुट जमा होने से गंदा पानी लोगों के घरों में मार कर रहा है. वहीं बात करें आदर्श ग्राम योजना की तो उसके तहत भी गांव में कोई विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. हालात इतने खराब हैं कि जहां क्षेत्र में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है, वहीं एक बुजुर्ग महिला की भी डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है.

लबालब कीचड़ से भरी इस गली में एक दर्जन से भी ज्यादा परिवार रहते हैं, लेकिन ग्राम सरपंच और जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते इन ग्रामीणों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है.

ग्रामीण कहते हैं कि गांव का सरपंच अपने निर्वाचन के बाद से ही दिल्ली रह रहा है और बार-बार उनसे सम्पर्क करने के बाद भी वो उनकी समस्या को दूर करने की बजाय चुप्पी साधे हुए है. उनका ये भी कहना है कि इस मामले में उपायुक्त से भी उन्होंने शिकायत की, लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी.

सफाई व्यवस्था का ये हाल है कि पंचायत से गांव की सफाई के लिए दो सफाई कर्मचारी नियुक्त किए हुए हैं, लेकिन वो भी 15 दिनों में ही यहां पर सफाई करने के लिए आते हैं.

झज्जर: गांव खेड़ी-खुम्मार की एक गली के लोग सड़क के ऊंची उठी होने से परेशान हैं. ग्रामीणों की परेशानी सिर्फ ये नहीं है कि सड़क को ऊंची उठाया गया है, बल्कि परेशानी ये है कि सड़क के ऊंची उठने के बाद साथ लगती गली कीचड़ से लबालब भरी है.

गांव खेड़ी-खुम्मार में गंदगी से बदहाल हैं लोग

पानी की निकासी न होने और बरसाती पानी कई-कई फुट जमा होने से गंदा पानी लोगों के घरों में मार कर रहा है. वहीं बात करें आदर्श ग्राम योजना की तो उसके तहत भी गांव में कोई विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. हालात इतने खराब हैं कि जहां क्षेत्र में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है, वहीं एक बुजुर्ग महिला की भी डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है.

लबालब कीचड़ से भरी इस गली में एक दर्जन से भी ज्यादा परिवार रहते हैं, लेकिन ग्राम सरपंच और जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते इन ग्रामीणों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है.

ग्रामीण कहते हैं कि गांव का सरपंच अपने निर्वाचन के बाद से ही दिल्ली रह रहा है और बार-बार उनसे सम्पर्क करने के बाद भी वो उनकी समस्या को दूर करने की बजाय चुप्पी साधे हुए है. उनका ये भी कहना है कि इस मामले में उपायुक्त से भी उन्होंने शिकायत की, लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी.

सफाई व्यवस्था का ये हाल है कि पंचायत से गांव की सफाई के लिए दो सफाई कर्मचारी नियुक्त किए हुए हैं, लेकिन वो भी 15 दिनों में ही यहां पर सफाई करने के लिए आते हैं.

Intro:ऊंची उठी सडक़ तो खेड़ी खुम्मार की गलियों में भरा पानी
: ग्रामीणों ने लगाया पंचायत व प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप
: गलियों में जमा कीचड़ व बरसात के पानी से लोग परेशान
: डेंगू से हो चुकी है एक महिला की मौतBody:झज्जर के गांव खेड़ी-खुम्मारकी एक गली के लोग सडक़ ऊंची उठी होने से परेशान है। परेशानी ग्रामीणों की यह नहीं है कि सडक़ को ऊंची उठाया गया है बल्कि परेशानी यह है कि सडक़ के ऊंची उठने के बाद साथ
लगती गली कीचड़ से लबालब भरी है। पानी की निकासी न होने व बरसाती पानी कई-कई फुट जमा होने से गंदा पानी लोगों के घरों में मार कर रहा है। हालात इतने खराब है कि जहां क्षेत्र में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है वहीं एक बजुर्ग महिला की भी डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है। लबालब कीचड़ से भरी इस गली में एक दर्जन से भी ज्यादा परिवार रहते है। लेकिन सभी ग्राम सरपंच व जिला प्रशासन के अलावा राजनीतिज्ञों की उपेक्षा के चलते इन ग्रामीणों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। ग्रामीण कहते है कि गांव का सरपंच अपने निर्वाचन के बाद से ही दिल्ली रह रहे है और बार-बार उनसे सम्पर्क करने के बाद भी वह उनकी समस्या को दूर करने की बजाय चुप्पी साधे हुए है। उनका यह भी कहना है कि इस मामले में उपायुक्त से भी
उन्होंने शिकायत की,लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। सफाई व्यवस्था का यह हाल है कि पंचायत से गांव की सफाई के लिए दो सफाई कर्मचारी नियुक्त किए हुए है,लेकिन वह भी 15 दिनों में ही यहां पर सफाई करने के लिए आते है।
बाइट- सफाई कर्मचारी
बाइट-निर्मला ,रमेश ,ममता ,प्रवीण ,दयनन्द
झज्जर Conclusion:पानी की निकासी न होने व बरसाती पानी कई-कई फुट जमा होने से गंदा पानी लोगों के घरों में मार कर रहा है। हालात इतने खराब है कि जहां क्षेत्र में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है वहीं एक बजुर्ग महिला की भी डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.