झज्जर: कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 24 दिनों से डटे हुए हैं. किसान लगातार इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहा है. किसानों का कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं होंगे तब तक वे अड़े रहेंगे. किसानों के इन आंदोलन को हर जगह से समर्थन भी मिल रहा है.
बता दें कि कड़ाके की इस ठंड में किसान दिन रात बॉर्डर पर हिम्मत के साथ डटा हुआ है. बॉर्डर से किसानों की अलग-अलग तस्वीरें भी सामने आ रही है. कहीं किसानों के लिए मसाज मशीन है तो कहीं पिज्जा बनाया जा रहा है. ये सब लोगों के समर्थन से ही संभव हो पा रहा है. अब एक और नहीं तस्वीर झज्जर-दिल्ली बॉर्डर से सामने आई है. यहां किसानों के कपड़े धोने के लिए वॉशिंग मशीन को लाया गया है.
किसानों को धरना स्थल पर किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इस बात का पंजाब हरियाणा के लोग पूरा-पूरा ख्याल रख रहे हैं. पिछले दिनों टिकरी बॉर्डर पर किसानों को आराम मुहैया कराने के लिए मसाज व थरैपी वाली मशीनें भेजी गई थी. लेकिन अब उनके लिए टीकरी बॉर्डर के धरना स्थल पर बुजुर्गों के कपड़े धोने के लिए वॉशिंग मशीनें उपलब्ध कराई जा रही है. खासकर बुजुर्ग किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए युवा किसान उनकी मदद भी कर रहे हैं.
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इन वाशिंग मशीनों में उनके कपड़े भी धो रहे हैं. ये वॉशिंग मशीनें पंजाब के कबड्डी खिलाडिय़ों की तरफ से भेजी गई हैं. युवा किसान मिलकर बुजुर्ग किसानों के कपड़े धो रहे हैं. बुजुर्गों के लिए गर्म पानी, गर्म कपड़े, खाने और रहने की व्यवस्था की गई है. किसान एक सुर में कह रहा है जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होगा तब तक वह अपने घर वापस नहीं लौटने वाले हैं.