झज्जर: सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग जिला मुख्यालय रोज आते हैं और बैरंग ही वापस लौट जाते हैं. ऐसा नहीं है कि ये बुजुर्ग पेंशन बनवाने के पात्र नहीं हैं. उनके पास अपनी आयु का स्कूल सार्टिफिकेट है, लेकिन फिर भी विभागीय कर्मचारी केवल डॉक्टर्स से ही आयु प्रमाण दिए जाने की बात कह रहे हैं.
बुजुर्गों का कहना है कि वो नागरिक अस्पताल में भी सैकड़ों की संख्या में सुबह सात बजे आते हैं. लेकिन चिकित्सकों की लेट लतीफी के कारण उन्हें चिकित्सकों द्वारा भी कोई आयु प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है. पूरा दिन बुजुर्ग धूप में बैठकर चिकित्सकों का इंतजार करते हैं, लेकिन परेशानी के अलावा उनके हाथ कुछ नहीं आ रहा है.
सरकार सुशासन के लाख दावे कर रही है लेकिन यहां देखने पर पता चलता है कि सरकार के दावे शायद खोखले हैं, नहीं तो ये बुजुर्ग इस तरह कांपते हुए पैरों से जला देने वाली गर्मी में घंटों यूं अधिकारियों के चक्कर ना काटते.