झज्जर: बहादुरगढ़ में 9 महीने से पेयजल आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मामला दहकोरा गांव का है, जहां पर पिछले 9 महीने से जल की आपूर्ति नहीं हुई है.
पानी की आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
जब ग्रामीणों का पानी सिर से ऊपर हो गया तो, लोगों ने बहादुरगढ़ में स्थित जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की और विभाग के एक्सईएन को भी खूब खरी-खोटी सुनाई. दरअसल गांव में से गुजरने वाली एनसीआर माइनर की सफाई 9 महीने पहले की गई थी. उसी दौरान नहर के अंदर से होकर गुजरने वाली पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन टूट गई थी, जिसकी वजह से गांव की जलापूर्ति ठप हो गई थी. पाइप लाइन ठप होने से गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी. लगातार 9 महीने से गांव में पानी की किल्लत जारी है.
प्रशासन की अनदेखी जारी
पानी की आपूर्ति नहीं होने की वजह से महिलाओं को दूरदराज से सिर पर पानी ढोकर लाना पड़ रहा है. इतना ही नहीं पशुओं को पिलाने तक का पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा था. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जन स्वास्थ्य विभाग और सिंचाई विभाग को भी की, लेकिन दोनों विभागों से किसी के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी.
शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समस्या का समाधान
ग्रामीण बार-बार अधिकारियों के पास शिकायत लेकर आए, लेकिन उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा. आज भी ग्रामीण अपनी शिकायत लेकर जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पहुंचे थे, तो उन्होंने एक्सईएन साहब को जमकर खरी खोटी सुनाई और गांव की जलापूर्ति सुचारू रूप से करवाने की मांग की. लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन एसके दहिया ने उन्हें समस्या लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के पास जाने की बात कह दी.
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समाधान नहीं सिर्फ आश्वासन मिला
आपको बता दें कि एनसीआर सिंचाई विभाग गुरुग्राम के अंडर आती है और गुरुग्राम में बैठने वाले अधिकारी इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहे हैं. इसी वजह से ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. ग्रामीण बार-बार विभागों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. समस्या के समाधान की ओर कोई कदम नहीं बढ़ाया जा रहा है.