झज्जरः बहादुरगढ़ में सिंचाई विभाग के एक मजदूर की मौत के बाद परिजन मुआवजे की मांग को लेकर पिछले 50 घंटे से धरने पर बैठे हुए हैं. परिजनों ने मृतक के शव को लेने से भी इनकार कर दिया है. धरने पर बैठे लोग मृतक बेलदार के परिवार को एक नौकरी और 10 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग पर अड़े हुए हैं.
विधायक ने दिया आश्वासन
बहादुरगढ़ से विधायक नरेश कौशिक ने सोमवार को पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और अपनी तरफ से उन्हें एक लाख रुपये नकद सहायता राशि दी. साथ ही सरकार द्वारा मिलने वाले सभी लाभ जल्द से जल्द परिजनों को दिलवाने का आश्वासन भी विधायक ने दिया है. इसके अलावा विधायक ने मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकार की आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत नौकरी दिलवाने की बात भी कही है.
स्थानीय नेता और संगठन भी आए साथ
धरने में मृतक के परिजनों के साथ-साथ अब राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेता, कर्मचारी यूनियनों के नेता और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग शामिल हो गए हैं. जो 10 लाख रुपए सहायता राशि और नौकरी दिए जाने की मांग कर रहे हैं. यही नहीं जब विधायक धरना स्थल पर परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे तो वहां मौजूद राजनीतिक पार्टी के नेताओं और कर्मचारी यूनियनों के नेताओं से उनकी बहस भी हुई.
ये था मामलाः
- निलोठी गांव निवासी भीम सिंह सिंचाई विभाग में बेलदार के पद पर तैनात थे.
- शुक्रवार को नहर के निरीक्षण के दैरान मधुमक्खियों के काटने से भीम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी.
- शव को पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ लाया गया और परिजनों को मामले की सूचना दी गई. जिसके बाद से मृतक के परिजन धरने पर बैठे हैं.
- पीड़ित परिवार के साथ अब राजनीतिक पार्टियों के नेता, कर्मचारी यूनियनों के नेता और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग भी इस धरने में शामिल हो गए हैं.