झज्जर: ट्रेनिंग के दौरान गोली लगने से मेरठ में शहीद हुए कृष्ण पुत्र ओमप्रकाश का शनिवार को गांव खेड़ी खुम्मार में अंतिम संस्कार किया गया. झज्जर के सैनिक रेस्ट हाऊस से गांव तक निकाली गई उनकी शव यात्रा में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. शव वाहन के आगे युवाओं का बाइक काफिला चला.
बाइक सवार युवा हाथों में तिरंगा लेकन भारत माता की जय और शहीद अमर रहे के नारे लगाते चले. वहीं सैनिक को अंतिम विदाई देने के लिए रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा, सूबे के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ और झज्जर की विधायक गीता भुक्कल के अलावा इलाके के अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
शहीद के शव को उनके सात साल के बेटे जिगर ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर हरियाणा पुलिस की टुकड़ी ने हवाई फायर करके शहीद को नमन किया. अंतिम विदाई के समय मौजूद नेताओं और लोगों ने सरकार से शहीद के परिजनों के लिए नौकरी और अन्य सहायता की मांग की है.
सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि झज्जर बहादुर सैनिकों का इलाका है. इसी कड़ी में अब शहीद कृष्ण का नाम और जुड़ गया है. उन्होंने कहा की शहीद कृष्ण अभी थोड़े दिन पहले ही गांव में कांवड़ लाया था और छुट्टी बिताकर नौकरी पर लौटा था. उनकी शहादत को नमन करते हुए सांसद ने कहा कि सरकार के नियमानुसार शहीद परिवार की मदद की जाएगी.
कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने कहा कि कृष्ण ट्रेनिंग के दौरान शहीद हुआ है. उन्होंने भी झज्जर को वीरों की धरा करार देते हुए कहा कि यहां कोई गांव ऐसा नहीं है, जहां शहीदों की शहादत के निशान नहीं पाए जाते हों. उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक देश की एकता के लिए सीमाओं पर बलिदान देते हैं.
वहीं इस मौके पर झज्जर की विधायक गीता भुक्क्ल ने कहा कि कृष्ण मात्र तीस साल की उम्र में शहीद हो गया है. सारा प्रदेश उनकी शहादत में उनके साथ खड़ा है.