झज्जर: मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने आरोपी मंत्री संदीप सिंह के कारण पहले से ही विपक्ष के निशाने पर हैं. वहीं प्रदेश की खाप पंचायतों (Khap leaders condemned CM statement) ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. खाप नेता और प्रधान मुख्यमंत्री के बयानों से नाराज है, जिसमें उन्होंने आरोपी मंत्री संदीप सिंह को नहीं हटाने और अपना काम संभालने को लेकर बयान दिया है. मुख्यमंत्री के मंत्री संदीप सिंह के पक्ष में दिए गए, इस बयान की खाप प्रधानों ने कड़ी निंदा की है. धनखड़ खाप तथा गुलिया खाप के प्रधानों ने कहा कि वे हरियाणा की बेटी को न्याय दिलाने के लिए जो भी कदम उठाने पड़ेंगे, वह उठाएंगे.
धनखड़ गांव के प्रधान युद्धवीर धनखड़ ने सीएम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस बयान की निंदा करते हैं. मुख्यमंत्री का पद संवैधानिक पद होता है और उन्हें अपने इस पद की गरिमा को बनाए रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए, जिससे समाज का भाईचारा बिगड़े. इस दौरान उन्होंने 15 जनवरी को होने वाली महापंचायत का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें एक बड़ा कदम उठाया जाएगा. हरियाणा की बेटी को न्याय दिलाने के लिए जो भी कदम उठाने पड़ेंगे, वह पीछे नहीं हटेंगे.
इसके साथ ही गुलिया खाप के प्रधान विनोद गुलिया ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बेटी के पिता नहीं हैं, लेकिन उन्हें बेटी के मान व सम्मान को ध्यान में रखते हुए, ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को डावला में होने वाली महापंचायत में कोई भी बड़ा निर्णय लिया जा सकता है. जिसकी जिम्मेवारी सिर्फ प्रदेश सरकार की होगी. इन खाप नेताओं का कहना है कि अन्य खापों से भी इस संबंध में उनकी बात हो चुकी है. 15 जनवरी को विभिन्न खापे महापंचायत में शामिल होंगी और बेटी को न्याय दिलाने के लिए कड़ा कदम उठाने की मुहिम का हिस्सा बनेंगी.
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