झज्जर: कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने मनोहर सरकार पर सवाल उठाए हैं. गीता भुक्कल का कहना है कि सभी विधायकों को उनके हलके के विकास के लिए पांच करोड़ रूपए दिए जाने की घोषणा की गई थी. जिस पर सरकार को इस मामले में नीति व नीयत दोनों ही साफ करने की जरूरत है.
गीता भुक्कल का आरोप है कि पिछले कार्यकाल में भी सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विधायकों को उनके हलके के विकास के लिए ग्रांट का कोटा निर्धारित करने की बात कही थी, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं. भुक्कल अपने निवास स्थान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से रूबरू हो रही थी.
'सरकार को कर्मचारियों से भरोसा उठ गया'
उन्होंने इस दौरान सीएम और उनके मंत्रियों में भी आपसी तालमेल नहीं होने की बात कही. उन्होंने कहा कि तबादलों की सूची जारी की जाती है, लेकिन कुछ ही घंटों में उस पर ब्रेक लगा दिए जाते हैं. यहां तक कि सीएम को अपने मंत्रियों को बुलाने के लिए चिट्ठियां जारी करनी पड़ती है. उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से सरकारी कार्यालयों में सीएम और उनके मंत्री और उनकी टीम छापेमारी कर रही है. उससे साफ पता चलता है कि सरकार का अब अपने कर्मचारियों पर से भी भरोसा उठने लगा है.
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'सरकार को नीयत साफ करने की जरूरत है'
उन्होंने कहा है कि सरकार की इस मामले में नीति और नीयत दोनों ही साफ करने की जरूरत है. यही वजह है कि पिछले कार्यकाल में भी सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसी प्रकार से विधायकों को उनके हलके के विकास के लिए ग्रांट का कोटा निर्धारित करने की बात कही थी, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं.