झज्जर: झज्जर नगरपरिषद में सफाई के नाम पर एक करोड़ दस लाख के भ्रष्टाचार के मामले की गूंज गुरूवार को एक बार फिर से परिवेदना समिति की बैठक में सुनाई दी. लेकिन इस बार भी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया. यह मामला डेढ़ साल से चल रहा है.
शिकायतकर्ता की मांग: शिकायतकर्ता रामनिवास सिंगला कहना है कि वे सातवीं बार परिवेदना समिति की बैठक में एक करोड़ से अधिक के घोटाले पर कार्रवाई की उम्मीद लेकर पहुंचे. लेकिन जिस तरह से घोटाले के मामले में लीपापोती करने का काम चल रहा है कि उससे नहीं लगता कि न्याय मिल पाएगा. उन्होंने कहा कि घोटाले में एक आईएएस, पांच एचसीएच,आधा दर्जन द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों के अलावा एक दर्जन अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं. सिंगला का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से उपायुक्त महोदय उन्हें जांच का हवाला देकर टरका रहे हैं. बताया जाता है कि जांच पूरी हो चुकी है तो कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही. परिवेदना समिति की बैठक में रामनिवास सिंगला ने कहा कि यदि उनकी शिकायत झूठी निकले तो उसे फांसी पर टांग देना.
मंत्री का आश्वासन: परिवेदना समिति की बैठक में हरियाणा सरकार के मंत्री ओपी यादव भी मौजूद थे. जब उनसे भ्रष्टाचार के मामले पर कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले में बड़े अधिकारी शामिल हैं, इसलिए इसमें बड़े पैमाने पर जांच कराना जरूरी है. मंत्री ओपी यादव ने बताया कि परिवेदना समिति की बैठक में 15 परिवाद रखे गए थे. उनमें से 11 का निपटारा कर दिया गया है.
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