हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में विस्तार प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. विस्तार प्रबंधन की नवीनतम तकनीकों और उनके उपयोग की जानकारी हासिल करने में यह प्रशिक्षण शिक्षक वर्ग के लिए बहुत ही लाभकारी होगा. कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह के दिशा-निर्देशों और मार्गदर्शन में वैज्ञानिक, शिक्षक और विस्तार विशेषज्ञों के लिए आयोजित किया जा रहा है ताकि यहां से विकसित नई-नई तकनीकों और जानकारियों को किसानों तक पहुंचाया जा सके.
डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया ने कहा कि यहां से प्रशिक्षण हासिल कर वैज्ञानिक विश्वविद्यालय में विकसित नई-नई तकनीकों व विभिन्न फसलों की किस्मों की जानकारी को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाने में मदद करेंगे. उन्होंने प्रशिक्षण हासिल करने वाले प्रतिभागियों से इस प्रशिक्षण का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया. डॉ. एम.एस. ने प्रतिभागियों को निदेशालय के संगठनात्मक सेट-अप से परिचित कराया और इसके चार प्रकोष्ठों में से प्रत्येक के कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. उन्होंने सभी प्रतिभागियों से सफलतापूर्वक, पूरी लगन और मेहनत से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को पूरा करने का आह्वान किया.
मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की संयुक्त निदेशक एवं पाठ्यक्रम संयोजिका डॉ. मंजू मेहता ने बताया कि इस ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में 32 वैज्ञानिक, शिक्षक और विस्तार विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं जिनमें चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार और इसके बाहरी केंद्रों, हैदराबाद और लाला लाजपत राय पशु एवं चिकित्सा महाविद्यालय हिसार के प्रतिभागी शामिल हैं. इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को विस्तार प्रबंधन की नवीनतम रूझानों और तकनीकों की जानकारी देते हुए उनके उपयोग, ज्ञान और कौशल के बारे में विस्तारपूर्वक बताना है. डॉ. अंजु कुमारी ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए मंच का संचालन किया.
ये भी पढ़ें:हिसार: राष्ट्रीय लोक अदालत में 2087 मामलों का निपटान हुआ
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के कारण इस तरह की गतिविधियों को व्यावहारिक रूप से आयोजित करने में बदलाव आया है जिसके चलते इसका ऑनलाइन माध्यम से आयोजन किया गया. डॉ. मंजू मेहता ने बताया कि इस ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे. इनमें पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना, गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय हिसार, दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली सहित कई नामी विश्वविद्यालयों और संस्थानों से विशेषज्ञ अपने व्याख्यान देंगे.