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हिसार: कोरोना के कारण अस्पतालों में 25 फीसदी बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित - हिसार उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने दिया निर्देश

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने निजी अस्पताल के संचालकों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. उस हिसाब से अलर्ट होते हुए वे सरकार के निर्देशानुसार इलाज की बेहतर व्यवस्था करें

The DC gave instructions to the operators of the private hospital in hisar
हिसार: उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने निजी अस्पताल के संचालकों को दिया निर्देश
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Published : Nov 11, 2020, 9:54 PM IST

हिसार: कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देकते हुए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने निजी अस्पताल के संचालकों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. उस हिसाब से अलर्ट होते हुए वे सरकार के निर्देशानुसार इलाज की बेहतर व्यवस्था करें. उपायुक्त ने अस्पताल संचालकों से कहा कि कोरोना संक्रमण काल में अपनी जिम्मेदारी समझें और किसी भी मरीज के इलाज में कोताही ना बरतें.

उपायुक्त ने कहा कि जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसके लिए टेस्ट की संख्या में बढ़ोतरी की जाए. उन्होंने कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में 25 प्रतिशत बैड आरक्षित रखने के बारे भी निर्देश दिए. अस्पताल में कोरोना वायरस से बचाव बारे पोस्टर एवं स्टीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए. इसके अलावा कोरोना से होने वाली मृत्यु का पूरा विवरण भी नियमित रूप से भिजवाया जाए.

उन्होंने कहा कि होम आईसोलशन के मरीजों की डॉक्टर विशेष रूप से निगरानी रखें और साथ ही समय-समय पर जांच करते रहें. उपायुक्त ने बैठक में सभी अस्पताल संचालकों से कहा कि अगर किसी मरीज की सरकारी या निजी लैब से जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है और आपके पास इलाज की सुविधा नहीं है. तो डिस्चार्ज करने से पहले इसकी जानकारी जिला प्रशासन को अवश्य दें. प्रशासन को बिना जानकारी दिये अगर किसी मरीज को डिस्चार्ज किया जाता है. तो ऐसे मामलों में संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने सभी निजी अस्पतालों को निर्देश देते हुए कहा की कोविड मरीजों के अलावा आपके अस्पताल में रोजाना अलग-अलग समस्याओं के साथ लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में किसी भी मरीज का इलाज संदेह के आधार पर मना ना करें. अगर संदेह की स्थिति हो सिम्पटम दिखाई दें तो उनकी जांच करवाएं. इसके अतिरिक्त हर एक मरीज का इलाज कोविड-19 से बचने के लिए जारी की गई आईसीएमआर एवं राज्य सरकार की गाइडलाइन की अनुपालना करते हुए किया जाए. इस दौरान सभी से यह जानकारी ली गई कि अस्पताल में कितने बैड कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं.

ये भी पढ़ें:गुरुग्राम को देश का सबसे स्मार्ट शहर बनाने की तैयारी, मानेसर में बनेगा नया नगर निगम

उपायुक्त ने कहा कि जिला में 16 डिस्ट्रिक कोविड हैल्थ सेंटर हैं. इनमें आधार अस्पताल, मेडिसिटी, गीताजंलि, एसएल मिंढा, होली हेल्प, सेवक सभा, महात्मा गांधी, शांति देवी, श्री काली देवी, जिंदल इंस्ट्यिूट ऑफ मेडिकल साईसेंस, रविंद्रा, सपरा, सर्वोदया, सुखदा, सैन्य अस्पताल तथा नागरिक अस्पताल शामिल हैं. इसके अतिरिक्त मेडिकल कॉलेज अग्रोहा तथा सीएमसी अस्पताल को डिस्ट्रिक कोविड अस्पताल बनाया गया है.

हिसार: कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देकते हुए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने निजी अस्पताल के संचालकों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. उस हिसाब से अलर्ट होते हुए वे सरकार के निर्देशानुसार इलाज की बेहतर व्यवस्था करें. उपायुक्त ने अस्पताल संचालकों से कहा कि कोरोना संक्रमण काल में अपनी जिम्मेदारी समझें और किसी भी मरीज के इलाज में कोताही ना बरतें.

उपायुक्त ने कहा कि जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसके लिए टेस्ट की संख्या में बढ़ोतरी की जाए. उन्होंने कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में 25 प्रतिशत बैड आरक्षित रखने के बारे भी निर्देश दिए. अस्पताल में कोरोना वायरस से बचाव बारे पोस्टर एवं स्टीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए. इसके अलावा कोरोना से होने वाली मृत्यु का पूरा विवरण भी नियमित रूप से भिजवाया जाए.

उन्होंने कहा कि होम आईसोलशन के मरीजों की डॉक्टर विशेष रूप से निगरानी रखें और साथ ही समय-समय पर जांच करते रहें. उपायुक्त ने बैठक में सभी अस्पताल संचालकों से कहा कि अगर किसी मरीज की सरकारी या निजी लैब से जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है और आपके पास इलाज की सुविधा नहीं है. तो डिस्चार्ज करने से पहले इसकी जानकारी जिला प्रशासन को अवश्य दें. प्रशासन को बिना जानकारी दिये अगर किसी मरीज को डिस्चार्ज किया जाता है. तो ऐसे मामलों में संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने सभी निजी अस्पतालों को निर्देश देते हुए कहा की कोविड मरीजों के अलावा आपके अस्पताल में रोजाना अलग-अलग समस्याओं के साथ लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में किसी भी मरीज का इलाज संदेह के आधार पर मना ना करें. अगर संदेह की स्थिति हो सिम्पटम दिखाई दें तो उनकी जांच करवाएं. इसके अतिरिक्त हर एक मरीज का इलाज कोविड-19 से बचने के लिए जारी की गई आईसीएमआर एवं राज्य सरकार की गाइडलाइन की अनुपालना करते हुए किया जाए. इस दौरान सभी से यह जानकारी ली गई कि अस्पताल में कितने बैड कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं.

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उपायुक्त ने कहा कि जिला में 16 डिस्ट्रिक कोविड हैल्थ सेंटर हैं. इनमें आधार अस्पताल, मेडिसिटी, गीताजंलि, एसएल मिंढा, होली हेल्प, सेवक सभा, महात्मा गांधी, शांति देवी, श्री काली देवी, जिंदल इंस्ट्यिूट ऑफ मेडिकल साईसेंस, रविंद्रा, सपरा, सर्वोदया, सुखदा, सैन्य अस्पताल तथा नागरिक अस्पताल शामिल हैं. इसके अतिरिक्त मेडिकल कॉलेज अग्रोहा तथा सीएमसी अस्पताल को डिस्ट्रिक कोविड अस्पताल बनाया गया है.

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