हिसार: प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने नारनौंद अनाज मंडी में व्यापारीयों के साथ एक बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नए-नए फरमान जारी कर किसान और व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी है. वहीं उन्होंने व्यापारियों को आ रही दिक्कतें और खराब कानून व्यवस्था पर गंभीर चिंता प्रकट की.
बजरंग दास गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज देश और प्रदेश में व्यापार व उद्योग धंधे ठप्प हो गए हैं. जिसकी वजह से लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं. बेरोजगारी व खराब कानून व्यवस्था में प्रदेश अव्वल स्थान पर है. सरकार लोगों को रोजगार देने की बजाए देश व प्रदेश की मंडियां बंद करने में तुली हुई है. जबकि कपास, सरसों, सूरजमुखी, मूंग, चना आदि की खरीद मंडी के आढ़तियों की बजाए सीधी सरकारी एजेंसी कर रही है.
'सरकार आढ़तियों को बर्बाद करने में लगी है'
उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल 2020 से जो गेहूं की सरकारी खरीद हुई, 4 महीने बीतने के बाद भी अभी तक आढ़तियों को गेहूं का करोड़ों रुपए कमीशन अभी तक नहीं मिला है. सरकार गेहूं में वेस्टेज के नाम के पैसे, डिश कलर के नाम से आढ़तियों के पैसे काट कर उनको बर्बाद करने में लगी हुई है. नारनौंद अनाज मंडी में किसान और आढ़तियों की 30 हजार क्विंटल गेहूं बारिश में भीगने की वजह से खराब हो गई. सरकारी खरीद एजेंसियों की लापरवाही और बारदाना बार-बार मांगने पर ना देने की वजह से किसान और आढ़तियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
'आज आमजन भयभीत है'
बजरंग दास गर्ग ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. प्रदेश में हर रोज व्यापारी और आम जनता के साथ लूटपाट, फिरौती, हत्या, अपहरण और चोरियों की वारदातें हो रही है. सरकार अपराध को रोकने में पूरी तरह विफल सिद्ध हुई है. जिस वजह से प्रदेश का व्यापारी और आम जनता अपनी जान माल की सुरक्षा के लिए भयभीत है.
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