हिसार: ग्लोबल वॉर्मिंग और वातावरण में बदलाव के कारण पिछले चार-पांच सालों के मुकाबले इस बार तापमान में कुछ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. इस बार अभी तक अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री दर्ज किया जा चुका है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन लाल खिचड़ ने बताया कि 11 से 13 जून के बीच तेज हवाएं और हल्की बूंदाबांदी का पूर्वानुमान विभाग की तरफ से जारी किया गया है. जिससे तापमान में कुछ गिरावट आने की संभावना देखी गई है.
वहीं उन्होंने कहा कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण 11 और 12 की रात को जिले के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हुई है. जिसके कारण तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हुई है, लेकिन मौसम उमस भरा हो गया है.
प्री मॉनसून को लेकर मदनलाल खीचड़ ने कहा कि जून के तीसरे सप्ताह तक प्री मॉनसून के आने की संभावना है. उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि फसलों में सिंचाई शाम के वक्त करें ताकि पानी वेपोराइजेशन कम से कम हो और फसल को उसका अधिक लाभ मिले.