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हरियाणा: किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में इस गांव ने किया लॉकडाउन ना मानने का ऐलान, कोरोना टेस्ट भी नहीं कराएंगे

हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद मसूदपुर गांव की पंचायत ने लॉकडाउन हटाने का फैसला लिया है, साथ ही गांव में किसी को भी कोरोना टेस्ट करवाने से मना किया है और पहले की तरह सभी दुकानें खोलने का फैसला किया है.

hisar Masudpur village remove lockdown
हिसार के मसूदपुर गांव ने लॉकडाउन हटाने का लिया फैसला
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Published : May 18, 2021, 7:39 PM IST

Updated : May 18, 2021, 7:52 PM IST

हिसार: हरियाणा में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं लेकिन जिले के मसूदपुर गांव की पंचायत ने इस कोरोना काल में कई चौंकाने वाले फैसले लिए हैं. सरकार के विरोध में इस गांव की पंचायत ने कोरोना नियमों को मानने से इनकार कर दिया है. ग्रामीण अब लॉकडाउन का पालन नहीं करेंगे और पुलिस को गांव में नहीं घुसने देंगे.

पंचायत का कहना है कि हिसार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया और इतनी भीड़ के साथ अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंच गए और फिर वहां किसानों के साथ बर्बता भी की गई और उनपर लाठियां भांजी गई जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं.

मंगलवार को गांव में पंचायत कर सर्वसम्मति से गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बनाए गए कोरोना केयर सेंटर को हटाने का भी फैसला लिया है. इसके अलावा पुलिस प्रशासन और कोरोना जांच से संबंधित किसी भी टीम के गांव में आने पर पूर्णतय पाबंदी लगा दी गई है.

ये भी पढ़ें: सिरसा: लॉकडाउन में बाहर घुमने वालों को रोजाना काटे जा रहे हैं चालान, लोग फिर भी मानने को तैयार नहीं

पंचायत में फैसला लिया गया है कि गांव का कोई भी व्यक्ति कोरोना टेस्ट नहीं करवाएगा, सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन को पंचायत ने हटा दिया है. अब गांव की सभी दुकानें पहले की तरह खुली रहेंगी. गांव में की जाने वाली शादी-समारोह में किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं होगी, खासकर लोगों की संख्या को लेकर.

पंचायत द्वारा एक कमेटी बनाई गई है कि इस कमेटी के 20 सदस्य हर वक्त गांव के बस स्टैंड पर मौजूद रहेंगे और पुलिस प्रशासन को गांव में आने से रोकेंगे. गांव में फल और सब्जियों के रेट में भी कटौती की गई है और अब पंचायत द्वारा तय की गई कीमत पर फल और सब्जियां बेचने होंगे.

क्या-क्या लिए हैं फैसले ?

  • सरकार की तरफ से लागू किये गए लॉकडाउन का नहीं मानेंगे.
  • गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बनाया गया कोरोना केयर सैंटर हटाया जाएगा.
  • पुलिस प्रशासन और कोरोना से संबंधित किसी भी टीम कि गांव में आने पर पूर्णता पाबंदी रहेगी.
  • गांव में फल और सब्जियों के रेट में कटौती की गई है और पंचायत द्वारा तय की गई कीमत पर बेचने होंगे फल और सब्जियां.
  • गांव का कोई भी व्यक्ति कोरोना टेस्ट नहीं करवाएगा.
  • गांव में सभी दुकाने पहले की तरह खुली रहेंगी.
  • गांव में की जाने वाली शादी, समारोह में किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं होगी.
  • पंचायत द्वारा ही कमेटी का निर्माण किया गया है जिसमें 20 सदस्य हर वक्त गांव के बस स्टैंड पर मौजूद रहेंगे.
  • ये सदस्य पुलिस प्रशासन को गांव में आने से रोकेंगे.

हिसार: हरियाणा में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं लेकिन जिले के मसूदपुर गांव की पंचायत ने इस कोरोना काल में कई चौंकाने वाले फैसले लिए हैं. सरकार के विरोध में इस गांव की पंचायत ने कोरोना नियमों को मानने से इनकार कर दिया है. ग्रामीण अब लॉकडाउन का पालन नहीं करेंगे और पुलिस को गांव में नहीं घुसने देंगे.

पंचायत का कहना है कि हिसार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया और इतनी भीड़ के साथ अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंच गए और फिर वहां किसानों के साथ बर्बता भी की गई और उनपर लाठियां भांजी गई जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं.

मंगलवार को गांव में पंचायत कर सर्वसम्मति से गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बनाए गए कोरोना केयर सेंटर को हटाने का भी फैसला लिया है. इसके अलावा पुलिस प्रशासन और कोरोना जांच से संबंधित किसी भी टीम के गांव में आने पर पूर्णतय पाबंदी लगा दी गई है.

ये भी पढ़ें: सिरसा: लॉकडाउन में बाहर घुमने वालों को रोजाना काटे जा रहे हैं चालान, लोग फिर भी मानने को तैयार नहीं

पंचायत में फैसला लिया गया है कि गांव का कोई भी व्यक्ति कोरोना टेस्ट नहीं करवाएगा, सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन को पंचायत ने हटा दिया है. अब गांव की सभी दुकानें पहले की तरह खुली रहेंगी. गांव में की जाने वाली शादी-समारोह में किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं होगी, खासकर लोगों की संख्या को लेकर.

पंचायत द्वारा एक कमेटी बनाई गई है कि इस कमेटी के 20 सदस्य हर वक्त गांव के बस स्टैंड पर मौजूद रहेंगे और पुलिस प्रशासन को गांव में आने से रोकेंगे. गांव में फल और सब्जियों के रेट में भी कटौती की गई है और अब पंचायत द्वारा तय की गई कीमत पर फल और सब्जियां बेचने होंगे.

क्या-क्या लिए हैं फैसले ?

  • सरकार की तरफ से लागू किये गए लॉकडाउन का नहीं मानेंगे.
  • गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बनाया गया कोरोना केयर सैंटर हटाया जाएगा.
  • पुलिस प्रशासन और कोरोना से संबंधित किसी भी टीम कि गांव में आने पर पूर्णता पाबंदी रहेगी.
  • गांव में फल और सब्जियों के रेट में कटौती की गई है और पंचायत द्वारा तय की गई कीमत पर बेचने होंगे फल और सब्जियां.
  • गांव का कोई भी व्यक्ति कोरोना टेस्ट नहीं करवाएगा.
  • गांव में सभी दुकाने पहले की तरह खुली रहेंगी.
  • गांव में की जाने वाली शादी, समारोह में किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं होगी.
  • पंचायत द्वारा ही कमेटी का निर्माण किया गया है जिसमें 20 सदस्य हर वक्त गांव के बस स्टैंड पर मौजूद रहेंगे.
  • ये सदस्य पुलिस प्रशासन को गांव में आने से रोकेंगे.
Last Updated : May 18, 2021, 7:52 PM IST
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