हिसार: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई ने सोमवार स्थानीय लघु सचिवालय के सामने विशाल किसान सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून इतने खतरनाक हैं कि इनको पूरी तरह से वापस लिए बगैर कुछ भी होने वाला नहीं है. सरकार संशोधन की बात कह रही है, जबकि इन कानूनों में इतनी ज्यादा खामिया हैं कि संशोधनों से कुछ नहीं होगा.
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कुलदीप बिश्नोई का कहना है कि ऐसा कहा जा रहा है कि ये कानून किसानों के खिलाफ हैं, लेकिन सच्चाई तो ये है कि ये कानून पूरे देश की जनता के खिलाफ है. चंद व्यापारियों के हाथों में ये देश जाने वाला है. देश में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं होगा, जिस पर इन कानूनों का असर नहीं पड़ेगा. किसान ये बातें समझ चुका है, इसलिए वो महीनों से आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार होकर आया है.
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उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि हमने काफी बातें किसानों की मान ली हैं. ये सब झूठ है. सरकार जिन संशोधनों पर तैयार हुई है, वो मुद्दे छोटे हैं. जैसे किसान को अदालत में जाने का अधिकार, व्यापारियों का पंजीकरण इत्यादि. बुनियादी नीति में सरकार ने अब तक कोई परिवर्तन स्वीकार नहीं किया है.
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कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि केन्द्रीय बजट से भी किसानों को घोर निराशा हुई है. कृषि बजट में ही 6 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है. पीएम किसान योजना जिसका सरकार ढोल पीटते नहीं थकती, उसमें भी 13 प्रतिशत कटौती कर दी गई है. कांग्रेस द्वारा 70 सालों में खड़े किए गए बड़े-बड़े सरकारी संस्थान जो इस देश की शान हैं, उनको बेचा जा रहा है. इस देश को भाजपा कहां ले जा रही है जरा सोचिए.