हिसार: जिले के सेक्टर 33 के निवासी जनस्वास्थ्य विभाग के द्वारा छोड़े जा रहे सीवरेज के गंदे पानी से परेशान है. इसको लेकर रेजीडेंट वेलफेयर असोसिएशन ने केंद्रीय भैंस फार्म के निदेशक, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और जनस्वास्थ्य विभाग को ज्ञापन सौंपा है.
इसके अलावा सीएम मनोहर लाल और एनजीटी को पत्र लिखकर इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई है. इसी समस्या के लेकर शनिवार को जनस्वास्थ्य विभाग ने अपनी टीम के साथ उस जगह का निरीक्षण किया.
रेजीडेंट वेलफेयर असोसिएशन के प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस जगह के बारे में बताया गया है. इस पर उन्होंने बताया कि ये जमीन प्राधिकरण की है और इस जगह पर सेक्टर के लिए 150 फुट चौड़े रोड का निर्माण किया जाना है, लेकिन ये काम अभी तक नहीं हो पाया है.
निरीक्षण के दौरान जनस्वास्थ्य विभाग के एसई टीआर पंवार ने इस बात को माना कि ये नाला वास्तव में सेक्टरवासियों के लिए एक गंभीर समस्या है और इस प्रकार के बदबूदार माहौल में रह पाना असंभव है. एसई ने करीब एक घंटे मौके का निरीक्षण करने के बाद एचएसवीपी अधिकारियों और फार्म निदेशक डॉ. सतबीर सिंह के साथ बैठक कर रेजीडेंट वेलफेयर असोसिएशन को आश्वस्त किया कि इस समस्या का जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि शहर से निकलने वाले सीवरेज के गंदे पानी के स्थाई समाधान के लिए पक्का नाला बनाने के लिए करीब 24 करोड़ रुपये का बजट मंजूर हो चुका है और इसका टेंडर होने के बाद करीब 2-3 साल में नाले का निर्माण हो जाएगा. एसई ने असोसिएशन को ये भी आश्वासन बरसात के दिनों में गंदे पानी को वहां जमा होने नहीं दिया जाएगा.