हिसार: चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय, हिसार और मैसी विश्वविद्यालय, न्यूजीलैंड अब मिलकर कृषि अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करेंगे. इसको लेकर मंगलवार को दोनों विश्वविद्यालयों के अधिकारियों की एक ऑनलाइन बैठक आयोजित हुई.
इसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने की. एचएयू के कुलपति ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक संयुक्त रूप से शोध कार्य में एक-दूसरे का सहयोग करेंगे. साथ ही दोनों विश्वविद्यालय संयुक्त डिग्री और डिप्लोमा कोर्सों को बढ़ावा देंगे ताकि विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिल सके और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे अपनी पहचान बना सकें.
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मैसी विश्वविद्यालय से विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण हासिल कर चुके हैं. भविष्य में विद्यार्थियों और शिक्षकों के आदान-प्रदान के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. जिसमें एक-दूसरे का सहयोग करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में दक्षता हासिल की जाएगी. इसके अलावा विभिन्न प्रोजेक्ट पर भी कार्य करते हुए आर्थिक सहायता का प्रावधान भी किया जाएगा.
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बैठक के दौरान विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. सहरावत ने सभी का स्वागत करते हुए इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और इसकी रूपरेखा के बारे में बताया.
उन्होंने बताया कि दोनों विश्वविद्यालयों में इस बारे में पहले ही एमओयू साइन हो चुका है. विश्वविद्यालय के बीज विज्ञान एवं तकनीकी विभाग में स्पार्क के तहत मैसी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एक प्रोजेक्ट चल रहा है. इस बैठक में मैसी विश्वविद्यालय की ओर से स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड इन्वायरमेंट के हेड डॉ. पॉल कैन्यू, डॉ. कैरग रोबर्ट मैकगिल, डॉ. रणबीर सिंह, डॉ. पैनी बैक, एचएयू की और से डॉ. अक्षय भुक्कर एवं डॉ. वीसी मोर शामिल हुए.
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