पलवल: एसीबी फरीदाबाद की टीम ने हसनपुर बीडीपीओ कार्यालय में 100 करोड़ से अधिक के गबन मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राकेश, सतपाल व शमशेर सिंह के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 करोड़ 65 लाख रुपये बरामद किए हैं. इसके अलावा करीब साढ़े छह लाख रुपये के स्वर्ण आभूषण भी बरामद किए हैं. एसीबी की टीम की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
विपक्ष ने उठाए थे सवाल: गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से मामला सुर्खियों में था. विपक्षी दलों ने बीडीपीओ कार्यालय में हुए घोटाले को लेकर बीजेपी पर हमला बोला था. अब पलवल के हसनपुर बीडीपीओ कार्यालय में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले का एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) फरीदाबाद की टीम ने खुलासा किया है. करीब 50 करोड़ रुपये के घोटाले की वारदात सामने आई है. एसीबी की टीम ने इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करने के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
100 करोड़ से ज्यादा का है घोटाला: इस घोटाले की जांच के दौरान एसीबी टीम ने पंचायत मुख्यालय से रिटायर्ड अधिकारी के घर से 3 करोड़ 65 लाख 36 हजार 300 रुपये समेत लाखों रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए हैं. घोटाला 100 करोड़ रुपये से अधिक का बताया जा रहा है. एसीबी फरीदाबाद टीम के अनुसार, इस घोटाले के तार चंडीगढ़ स्थित निदेशक, विकास एवं पंचायत विभाग से जुड़े हैं.
फर्जी बिल बनाकर किया घोटाला: इसमें विभाग के चीफ अकाउंटेंट की लॉगिन आईडी के बगैर वित्त वर्ष 2023-24 व 2024-25 में जिला पंचायत एवं विकास कार्यालय पलवल से जारी बजट में बड़े स्तर पर घोटाला किया गया. क्लर्क राकेश ने बीडीपीओ कार्यालय अधिकारी के फर्जी ई-हस्ताक्षर के जरिए अपने ड्राइवर के नाम पर बनाई. दीपक मैनपावर फर्म में कई बार फर्जी बिलों के माध्यम से करीब 50 करोड़ रुपये डालकर सरकारी पैसे का घपला किया.
तीन आरोपी गिरफ्तार: एसीबी टीम ने क्लर्क राकेश को 25 जनवरी को गिरफ्तार कर कोर्ट से मिले 5 दिन के रिमांड के दौरान पूछताछ की. आपको बता दें कि इस घोटाले के के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने प्रेस वार्ता कर आरोप लगाए कि ये 100 करोड़ रुपए का घोटाला है जिसे सरकार दबा रही है इस घोटाले में जिले के कई अधिकारी भी शामिल हैं.