हिसारः हांसी उपमंडल के 11 गावों के सातबास से सैकड़ों की तादात में किसानों ने दिल्ली कूच किया. इस दौरान गांव के प्रधान के नेतृत्व में किसानों ने जाट धर्मशाला में इकठ्ठा होकर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और देश के प्रधानमंत्री केसाथ-साथ उद्योगपतियों का पुतला फुंका.
सातबास के किसानों ने जाट धर्मशाला चौक पर इक्ट्ठा होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद किसान गाड़ियों और ट्रैक्टर के माध्यम से दिल्ली के लिए रवाना हुए. सातबास के प्रधान किताब सिंह मालिक ने बताया कि पहले से उनके किसान भाई दिल्ली में डेरा डाले बैठे हैं. ऐसे में वो भी दिल्ली टिकरी बॉर्डर पर उन किसानों के साथ धरने प्रदर्शन में भाग लेंगे.
राशन पानी के साथ दिल्ली कूच
इसी कड़ी में आज हांसी से सैंकड़ों की संख्या में सातबास के किसान दिल्ली रवाना हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा भाजपा सरकार पर तीन कृषि कानूनों को खत्म करने का दबाव बनाया जाएगा. किसानों का कहना है कि वो दिल्ली कूच के लिए खाद्य सामग्री के साथ ठंड से बचने के लिए रजाई कंबल साथ लेकर जा रहे हैं. ताकि दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे किसान भाइयों की मदद कर सकें.
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'नहीं सहेंगे सरकार की तानाशाही'
उमरा गांव के सरपंच प्रेम सिंह ने कहा कि सरकार की तानाशाही किसी भी कीमत पर सहन नहीं की जाएगी. हम तब तक अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे जब तक सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं लेती. उन्होंने कहा कि दिल्ली को कूच कर रहे किसान अपने साथ कई दिनों का राशन पानी भी अपने साथ लेकर चल रहे है. ऐसे में हमारा आंदोलन भरी ठंड में भी जारी रहेगा.