हिसार: जिले के मय्यड़ और सरसोद टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने दौरा किया और किसानों से मुलाकात की. इस दौरान चढूनी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह किसानों की मांगें मानने के लिए तैयार नहीं है.
उन्होंने बताया कि अमित शाह ने जो किसानों को पत्र भेजा है उसमें एमएसपी को लेकर कोई स्पष्ट बात नहीं कही गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने हमेशा निजीकरण के क्षेत्र को बढ़ावा दिया है और वो पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कृषि कानून लेकर आई है.
गुरनाम सिंह ने कहा कि बीजेपी प्राइवेट मंडियां खोलकर सरकारी मंडियों को खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा कि एमएसपी देना और एमएसपी पर खरीद करना दोनों अलग-अलग बातें हैं. चढूनी ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए कहा कि किसान की फसल पर स्पष्ट होना चाहिए कि कितने रेट पर फसल खरीदी जाएगी.
चढूनी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं को किसानों की फिक्र नहीं है और ये सिर्फ दिखाना करना जानते हैं.
उन्होंने कहा कि बीरेंद्र सिंह एक तरफ तो किसानों के समर्थन की बात करते हैं लेकिन दूसरी तरफ वो अपने बेटे विजेंद्र सिंह को इस्तीफे के लिए क्यों नहीं कहते. चढूनी ने कहा कि जो विधायक किसानों का समर्थन करना चाहते हैं, वो पार्टी छोड़कर आंदोलन में शामिल हो जाए.
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उन्होंने बताया कि वर्तमान में बीजेपी और जेजेपी के नेताओं के खिलाफ प्रदेश में जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं. हर जगह उनका विरोध किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि अंबानी, अडानी और बाबा रामदेव के उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए.