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हिसार: शिक्षक की टिप्पणी और प्रिंसिपल के थप्पड़ से नाराज छात्राओं ने किया प्रदर्शन

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Published : Feb 10, 2020, 9:12 PM IST

छात्राओं ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया. छात्राओं का आरोप है कि प्रिंसिपल ने शनिवार को एक छात्रा को थप्पड़ मारा और कॉलेज में कंप्यूटर शिक्षक ने उनके चरित्र को लेकर टिपण्णी की है.

हिसार
छात्राओं ने किया प्रदर्शन

हिसार: जिले के महिला महाविद्यालय में बीए और बीएससी की छात्राओं ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया. साथ ही कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया. छात्राओं का आरोप है की प्रिंसिपल ने शनिवार को एक छात्रा को थप्पड़ मारा और कॉलेज में कंप्यूटर शिक्षक ने उनके चरित्र को लेकर टिपण्णी की है.

छात्राओं की मांग है की प्रिंसिपल स्वीकार करें की उन्होंने छात्रा को थप्पड़ मारा है और लिखित में दें की किसी भी छात्रा का नाम नहीं काटा जाएगा और ना ही असेसमेंट में नम्बर कम लगाए जाएंगे. मौके पर दुर्गा शक्ति और पुलिस पहुंची जिन्होंने माहौल को शांत करवाने का काम किया. वही स्कूल की प्रिंसिपल ने सभी आरोपों को निराधार बताया है. छात्राओं ने जिला उपयुक्त को भी पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की है.

छात्राओं ने किया प्रदर्शन, देखें वीडियो

'लड़की के चरित्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है'

छात्रा गायत्री ने बताया की कॉलेज में क्लास नहीं लगाई जा रही है और सभी छात्राएं हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा की जबतक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तबतक चलेगी जबतक प्रिंसिपल गलती नहीं मानेंगी. उन्होंने कहा की किसी को भी लड़की के चरित्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है. गायत्री ने आरोप लगते हुए कहा की कम्प्यूटर शिक्षक ने छात्रा को कहा की ' तेरे जैसी लड़किया ' जो व्यावहारिक नहीं है. छात्राओं की मांग है की गलती मानने के साथ- साथ उन्हें लिखित में चाहिए की किसी भी छात्रा का ना ही नाम कटेगा और ना ही असेसमेंट के नम्बर काम लगाए जाएंगे.

प्रिंसिपल ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

वही कॉलेज की प्रिंसिपल आशा सहारण ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा की शनिवार को कॉलेज में कार्यक्रम चल रहा था. इंचार्ज और वो खुद राउंड लगा रही थी. लड़किया कॉलेज से बाहर जा रही थी. जिसके बाद उन्होंने उनके आईकार्ड लिए थे लेकिन थप्पड़ नहीं मारा गया. उन्होंने कहा की शनिवार शाम को लड़की की मां को बुलाया गया. जिन्होंने लिखित में दिया है की उनकी लड़की ने गलती की है जो नहीं करनी चाहिए थी.

ये भी पढ़े- करनाल में सर्व कर्मचारी संघ के कर्मचारियों ने जिला सचिवालय में किया प्रदर्शन

हिसार: जिले के महिला महाविद्यालय में बीए और बीएससी की छात्राओं ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया. साथ ही कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया. छात्राओं का आरोप है की प्रिंसिपल ने शनिवार को एक छात्रा को थप्पड़ मारा और कॉलेज में कंप्यूटर शिक्षक ने उनके चरित्र को लेकर टिपण्णी की है.

छात्राओं की मांग है की प्रिंसिपल स्वीकार करें की उन्होंने छात्रा को थप्पड़ मारा है और लिखित में दें की किसी भी छात्रा का नाम नहीं काटा जाएगा और ना ही असेसमेंट में नम्बर कम लगाए जाएंगे. मौके पर दुर्गा शक्ति और पुलिस पहुंची जिन्होंने माहौल को शांत करवाने का काम किया. वही स्कूल की प्रिंसिपल ने सभी आरोपों को निराधार बताया है. छात्राओं ने जिला उपयुक्त को भी पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की है.

छात्राओं ने किया प्रदर्शन, देखें वीडियो

'लड़की के चरित्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है'

छात्रा गायत्री ने बताया की कॉलेज में क्लास नहीं लगाई जा रही है और सभी छात्राएं हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा की जबतक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तबतक चलेगी जबतक प्रिंसिपल गलती नहीं मानेंगी. उन्होंने कहा की किसी को भी लड़की के चरित्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है. गायत्री ने आरोप लगते हुए कहा की कम्प्यूटर शिक्षक ने छात्रा को कहा की ' तेरे जैसी लड़किया ' जो व्यावहारिक नहीं है. छात्राओं की मांग है की गलती मानने के साथ- साथ उन्हें लिखित में चाहिए की किसी भी छात्रा का ना ही नाम कटेगा और ना ही असेसमेंट के नम्बर काम लगाए जाएंगे.

प्रिंसिपल ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

वही कॉलेज की प्रिंसिपल आशा सहारण ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा की शनिवार को कॉलेज में कार्यक्रम चल रहा था. इंचार्ज और वो खुद राउंड लगा रही थी. लड़किया कॉलेज से बाहर जा रही थी. जिसके बाद उन्होंने उनके आईकार्ड लिए थे लेकिन थप्पड़ नहीं मारा गया. उन्होंने कहा की शनिवार शाम को लड़की की मां को बुलाया गया. जिन्होंने लिखित में दिया है की उनकी लड़की ने गलती की है जो नहीं करनी चाहिए थी.

ये भी पढ़े- करनाल में सर्व कर्मचारी संघ के कर्मचारियों ने जिला सचिवालय में किया प्रदर्शन

Intro:एंकर - हिसार के महिला महाविद्यालय में बीए और बीएससी की छात्राओं ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर सोमवार को प्रदर्शन करते हुए कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया। छात्राओं का आरोप है की स्कूल की प्रिंसिपल ने शनिवार को एक छात्रा को थप्पड़ मारा और कॉलेज में कंप्यूटर शिक्षक ने उनके चरित्र को लेकर टिपण्णी की है। छात्राओं की मांग है की प्रिंसिपल स्वीकार करें की उन्होंने छात्रा को थप्पड़ मारा है और लिखित में दें की किसी भी छात्रा का नाम नहीं काटा जाएगा और ना ही असेसमेंट में नम्बर कम लगाए जाएंगे। मौके पर दुर्गा शक्ति और पुलिस पहुंची जिन्होंने माहौल को शांत करवाने का काम किया। वही स्कूल की प्रिंसिपल ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। छात्राओं ने जिला उपयुक्त को भी पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की है।

वीओ - छात्रा गायत्री ने बताया की कॉलेज की प्रिंसिपल ने एक छात्रा को थप्पड़ मारा है। प्रिंसिपल माफ़ी ना माने तो कम से कम इस बात को मानें की उन्होंने थप्पड़ मारा है। उन्होंने बताया की शनिवार को भी छात्रों ने हड़ताल की थी जिसके बाद उस लड़की पर दबाव बनाया गया।

छात्रा गायत्री ने बताया की कॉलेज में क्लास नहीं लगाई जा रही है और सभी छात्राएं हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा की जबतक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तबतक चलेगी जबतक प्रिंसिपल गलती नहीं मानेंगी। उन्होंने कहा की किसी को भी लड़की के चरित्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। गायत्री ने आरोप लगते हुए कहा की कम्प्यूटर शिक्षक ने छात्रा को कहा की ' तेरे जैसी लड़किया ' जो व्यावहारिक नहीं है। छात्राओं की मांग है की गलती मानने के साथ साथ उन्हें लिखित में चाहिए की किसी भी छात्रा का ना ही नाम कटेगा और ना ही असेसमेंट के नम्बर काम लगाए जाएंगे।

बाइट - गायत्री, छात्रा अंतिम वर्ष।

Body:वीओ - वहीँ कॉलेज की प्रिंसिपल आशा सहारण ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा की शनिवार को कॉलेज में कार्यक्रम चल रहा था। इंचार्ज और वह खुद राउंड लगा रही थी। लड़किया कॉलेज से बाहर जा रही थी जिसके बाद उन्होंने उनके आईकार्ड लिए थे लेकिन थप्पड़ नहीं मारा गया। उन्होंने कहा की शनिवार शाम को लड़की की माँ को बुलाया गया जिन्होंने लिखित में दिया है की उनकी लड़की ने गलती की है जो नहीं करनी चाहिए थी। इसके बाद सभी लड़कियां घर चली गई लकिन सोमवार को पहले से ही लड़कियां इसकी रणनीति बनाकर आई हैं।

उन्होंने कहा की पहले भी लड़कियों को कहा गया है की यदि किसी को कोई दिक्कत है तो लिखित में शिकायत या शिकायत पेटी में समस्या बता सकती है। उन्होंने कहा की कभी कोई शिकायत नहीं आई। उन्होंने कहा की अभी अचानक सभी छात्रों को दिक्कत कैसे आ सकती है। उन्होंने कहा की हड़ताल से पहले भी उनके पास आना चाहिए था लेकिन छात्राएं नहीं आई। प्रिंसिपल ने कहा की सुबह भी छात्रों को अंदर आने और बात करने के लिए कहा गया लेकिन छात्राए नहीं आई।

उन्होंने कहा की जब लड़कियां उनपर थप्पड़ मारने के झूठे आरोप लगा रही है तो पुरुष शिक्षकों पर भी झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा की उनके पास किसी भी छात्रा की तरफ से शिकायत नहीं दी गई है।

बाइट - आशा सहारण, प्रिंसिपल गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वीमेन। Conclusion:
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