ETV Bharat / state

हिसार: किसानों का एलान, 9 नवंबर को करनाल में मुख्यमंंत्री आवास के बाहर करेंगे प्रदर्शन

किसान सभा के जिला सचिव मण्डल की बैठक जिसमें दिल्ली के आह्वान पर तीन किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में 5 नवंबर को जिले में दो गांवों में रोड रोके जाने का फैसला किया गया.

Farmers will be announced on 9 November to protest outside the Chief Minister's residence
हिसार: किसानों का एलान, 9 नवंबर को करनाल में मुख्यमंंत्री आवास के बाहर करेंगे प्रदर्शन
author img

By

Published : Nov 4, 2020, 10:21 PM IST

हिसार: किसान सभा के जिला सचिव मण्डल की बैठक पृथ्वी-प्रभात भवन में जिला प्रधान शमशेर नम्बरदार की अध्यक्षता में हुई जिसमें अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, दिल्ली के आह्वान पर तीन किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में 5 नवम्बर को जिले में दो गांवों में रोड रोके जाने का फैसला किया गया.

किसान सभा के जिला सचिव धमबीर कंवारी ने बताया कि गांव कालीरावण बस अड्डा, तहसील आदमपुर में दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक तथा बरवाला और उकलाना तहसील की ओर से गांव सरसौद में रोड़ रोका जाएगा. उन्होंने बताया कि हाल में केन्द्र सरकार प्रदूषण के नाम पर, पराली जलाने वाले किसान पर एक करोड़ के जुर्माना और पांच साल जेल करने का काला अध्यादेश लेकर आई है.

किसानों का कहना है कि सरकार सोच रही है कि किसान अब इस अध्यादेश का विरोध करना बंद कर देंगे और तीन काले कानून भूल जाएंगे, किन्तु किसान ना तीन काले कानून भूलेंगे, ना अपनी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग भूली है, और ना कर्ज मुक्ति की मांग भूले हैं. बिजली के निजीकरण के लिए, ताकि किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती सब्सिडी की बिजली ना देनी पड़े.

ये भी पढ़ें:हिसार:23 नवंबर को पूरे प्रदेश में एप प्रशिक्षण के विरोध में होगा विरोध प्रदर्शन

उन्होंने बताया कि बिजली एमेंडमैन्ट बिल 2020 का विरोध करना भी नहीं भूले हैं. किसानों को सब याद है और इन सबके लिए पूरे प्रदेश के किसान आगामी 9 नवम्बर को करनाल में मुख्यमंत्री के आवास को घेर कर चुनौती देंगे. किसान सभा ने चेतावनी दी है कि किसान इन काले कानूनों को लागू नहीं करने देंगे. इसी संदर्भ में 26-27 नवम्बर को सारे देश का किसान दिल्ली को चारों तरफ से घेरेगा.

हिसार: किसान सभा के जिला सचिव मण्डल की बैठक पृथ्वी-प्रभात भवन में जिला प्रधान शमशेर नम्बरदार की अध्यक्षता में हुई जिसमें अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, दिल्ली के आह्वान पर तीन किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में 5 नवम्बर को जिले में दो गांवों में रोड रोके जाने का फैसला किया गया.

किसान सभा के जिला सचिव धमबीर कंवारी ने बताया कि गांव कालीरावण बस अड्डा, तहसील आदमपुर में दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक तथा बरवाला और उकलाना तहसील की ओर से गांव सरसौद में रोड़ रोका जाएगा. उन्होंने बताया कि हाल में केन्द्र सरकार प्रदूषण के नाम पर, पराली जलाने वाले किसान पर एक करोड़ के जुर्माना और पांच साल जेल करने का काला अध्यादेश लेकर आई है.

किसानों का कहना है कि सरकार सोच रही है कि किसान अब इस अध्यादेश का विरोध करना बंद कर देंगे और तीन काले कानून भूल जाएंगे, किन्तु किसान ना तीन काले कानून भूलेंगे, ना अपनी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग भूली है, और ना कर्ज मुक्ति की मांग भूले हैं. बिजली के निजीकरण के लिए, ताकि किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती सब्सिडी की बिजली ना देनी पड़े.

ये भी पढ़ें:हिसार:23 नवंबर को पूरे प्रदेश में एप प्रशिक्षण के विरोध में होगा विरोध प्रदर्शन

उन्होंने बताया कि बिजली एमेंडमैन्ट बिल 2020 का विरोध करना भी नहीं भूले हैं. किसानों को सब याद है और इन सबके लिए पूरे प्रदेश के किसान आगामी 9 नवम्बर को करनाल में मुख्यमंत्री के आवास को घेर कर चुनौती देंगे. किसान सभा ने चेतावनी दी है कि किसान इन काले कानूनों को लागू नहीं करने देंगे. इसी संदर्भ में 26-27 नवम्बर को सारे देश का किसान दिल्ली को चारों तरफ से घेरेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.