हांसी: राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की गाड़ी पर हमले (Rajya Sabha MP Ramchandra Jangra's car attacked) के बाद पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ अब विरोध शुरू हो गया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसके बाद किसान नेता गुरनाम चढूनी नारनौंद पहुंचे. अब किसान नेताओं ने फैसला किया है कि जब तक पुलिस की ओर से तीनों मुकदमें रद्द नहीं किए जाते, तब तक वो नारनौंद थाने में धरना देंगे.
बता दें कि शुक्रवार को सांसद रामचंद्र हिसार के नारनौंद में जांगड़ा धर्मशाला की नींव रखने के लिए पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम की सूचना किसानों को भी मिल गई थी और किसान बड़ी संख्या में विरोध करने के लिए (Mp Ramchnadra Jangra Opposed by Farmers) एकजुट हो गए. दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से भी मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया था. जैसे ही सांसद को पुलिस दूसरे रास्ते से लेकर आई तो किसान विरोध करने के लिए सामने आ गए और पुलिस के साथ धक्का मुकी शुरू हो गई. इसी बीच सांसद रामचंद्र की गाड़ी का शीशा भी टूट गया.
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सांसद का विरोध करने के लिए किसान काले झंडों के साथ मौके पर पहुंचे और जिस गली से राज्यसभा सांसद को निकलना था उस गली में ट्रैक्टर ट्रॉली को खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया गया. पुलिस दूसरे रास्ते से सांसद को कार्यक्रम स्थल तक लाई. इसके बाद किसानों ने सांसद का विरोध करना शुरू किया और बैरिकेडिंग से आगे बढ़ने लगे.
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इसके बाद पुलिस और किसानों के बीच टकराव हो गया. इसके बाद पुलिस ने किसानों पर हल्का बल प्रयोग करना शुरू कर दिया. इस पूरी कार्रवाई में पुलिस ने तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. अब किसानों की तरफ से इन मुकदमों को खारिज करवाने के लिए शनिवार को 11:00 बजे थाने में ही महापंचायत के आयोजन किया जाएगा. वहीं किसान सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग पर भी अड़े हुए हैं.
किसानों के धरने से पहले भी रद्द हो चुके हैं मुकदमें: बता दें कि इससे पहले भी किसानों पर करनाल में भी विरोध के बाद कई किसानों पर मुकदमें दर्ज हुए थे. जिसके बाद तमाम किसान नेता थाने में धरने पर बैठ गए थे. जिसके बाद मामला बढ़ता देख पुलिस को किसानों की मांगें माननी पड़ी थी.
कुछ समय पहले टोहाना में भी यही वाक्या हुआ था किसान नेता दिन रात थाने में धरने पर बैठे रहे थे. अब नारनौल में भी यही हाल है रात को भी बड़ी संख्या में किसान थाने में धरने पर बैठे हुए हैं. हालांकि कल किसानों के रोष को देखते हुए पुलिस प्रशासन क्या फैसला लेगा इस पर सभी लोगों की नजरें बनी हुई है.
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