हिसार:आंखों का इलाज करवाने गए 7 वर्षीय बच्चे की मौत के मामले में शनिवार को पुलिस की तरफ से कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं होने के कारण बच्चे के परिजनों ने सिविल अस्पताल के सामने पूरा दिन जाम लगाए रखा.
मुख्यमंत्री से फोन पर बातचीत के बाद परिजन बच्चे के पोस्टमॉर्टम के लिए तो तैयार हो गए लेकिन आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी के बिना बच्चे का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. बाद में बच्चे के शव की हालत खराब होने के चलते परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो गए. बच्चे के अंतिम संस्कार के दौरान पूरे शहर से भारी संख्या में लोग शमशान घाट पहुंचे.
परिजनों की शिकायत पर पुलिस मान अस्पताल पहुंची और पूरे अस्पताल की तलाशी ली गई. यहां एक घंटे तक तलाशी लेने के बाद बच्चे के इलाज से जुड़ी फाइल अस्पताल की बजाए डॉक्टर के बेडरूम में मिली. बच्चे के पिता ने आरोप लगाया कि फाइल में कागजात बदले हुए हैं, क्योंकि उन्होंने जो कागज साइन किए थे इसमें वो कागज ही नहीं हैं.
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ये मामला इतना बढ़ गया है कि अब राजनीतिक लोग भी पीड़ित परिजनों के समर्थन में आग रहे हैं जिसके बाद बरवाला से जेजेपी के विधायक जोगीराम सिहाग भी परिजनों के बीच पहुंचे और उनके साथ ही धरने पर बैठ गए. इस बीच उन्होंने मृतक बच्चे पार्थ के पिता मोहित की बात टेलीफोन पर प्रदेश के सीएम मनोहर लाल खट्टर से करवाई. पीड़ित पिता ने सीएम से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है.
वहीं परिजनों का साथ न्याय की मांग कर रहे पार्षद अमित ग्रोवर ने कहा कि मान अस्पताल में बच्चे की फाइल लेने गए तो वहां कुछ ऐसी दवाइयां मिली जो बिना हाईपॉवर की है और इनके छोटे बच्चों पर इस्तमाल नहीं की जा सकती.