हिसार: 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा में परिणाम को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है. शिक्षा अधिकारी नारनौंद ने सभी सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल की मीटिंग ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि खराब परिणाम लाने वाले स्कूलों पर विभाग कार्रवाई करेगा.
परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने की कवायद
सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने के लिए विभाग की कवायद जारी है. नकल रहित परीक्षा करवाने और बच्चों को सक्षम बनाने के लिए पहली बार शिक्षा विभाग ने अध्यापकों की जिम्मेदारी तय करने का मन बना लिया है. जिन अध्यापकों का परीक्षा परिणाम शिक्षा विभाग के मानकों पर खरा नहीं उतरेगा, उनके खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेगा.
खंड शिक्षा अधिकारी ने ली शिक्षकों की मीटिंग
शिक्षा अधिकारी अमनदीप ने ब्लॉक नारनौंद के सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की एक मीटिंग ली. जिसमें उन्होंने सख्त निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि खण्ड कार्यालय में ब्लॉक के सभी स्कूलों के प्रिंसिपल की एक आवश्यक मीटिंग ली गई. जिसमें उन्हें 28 और 29 फरवरी को नारनौंद ब्लॉक में होने वाली सक्षम परीक्षा को सफल बनाने और बोर्ड परीक्षाओं को नकल न करवाने की शपथ दिलाई.
खण्ड शिक्षा अधिकारी अमनदीप ने कहा कि कोई भी देश या प्रदेश नकल के आधार पर बच्चों को अक्लमंद नहीं बना सकता. इसके लिए बच्चों को अक्ल के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना होगा.
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उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के प्रिंसिपल ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि वो नकल रहित परीक्षा करवाकर अच्छे परिणाम भी लाएंगे. इसके अलावा उन्होंने सभी अध्यापकों को आदेश दिए कि कोई भी अध्यापक प्राइवेट स्कूलों के प्रलोभन में आकर नकल न करवाए. खण्ड शिक्षा अधिकारी अमनदीप ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी स्कूल शिक्षा विभाग के मानकों पर खरा नहीं उतरेगा. उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.