चंडीगढ़: जेजेपी और बीजेपी के बीच हुए गठबंधन के बाद क्या डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और गृहमंत्री की बीच सब कुछ ठीक हो गया है? क्या दुष्यंत चौटाला ने अनिल विज को माफ कर दिया है? ये हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अनिल विज के खिलाफ दुष्यंत चौटाला ने जो मानहानि का केस ठोका था, उसकी सुनवाई में दुष्यंत चौटाला पेश नहीं हुए हैं.
अनिल विज ने दुष्यंत को कहा था नशेड़ी
मामला नशेड़ी बताने से जुड़ा है. दरअसल साल 2018 में चर्चित दवा घोटाला को लेकर तत्कालीन सांसद दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मनोहर सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे. जिसके जवाब में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दुष्यंत चौटाला को नशेड़ियों के गांव से आना वाला बताया था और कहा था कि दुष्यंत चौटाला को अपना इलाज नशामुक्ति केंद्र में कराना चाहिए.
दुष्यंत ने विज के खिलाफ किया मानहानि का केस
इस पर दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को नोटिस भेजकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था, लेकिन विज ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दुष्यंत ने कोर्ट में अनिल विज के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था.
कोर्ट में पेश नहीं हुए दुष्यंत चौटाला
अनिल विज के खिलाफ मानहानि केस की सुनवाई शनिवार को होनी थी, लेकिन दुष्यंत चौटाला कोर्ट में पेश नहीं हुए. जिसपर कोर्ट ने केस की सुनवाई 7 फरवरी तक स्थगित कर दी है.
दवा घोटाले पर हुई थी बयानबाजी
गौरतलब है कि दुष्यंत चौटाला की ओर से बीजेपी पर दवा घोटाला कराने का आरोप लगाया था. दुष्यंत चौटाला ने ये मुद्दा लोकसभा में भी उठाया था. इसके बाद अनिल विज और दुष्यंत चौटाला के बीच तीखी बयानबाजी भी चलती थी.