ETV Bharat / state

​मंत्री विज पर मानहानि केसः दुष्यंत का बदल गया दिल? कोर्ट में नहीं हुए पेश, 7 फरवरी अगली तारीख

2018 में दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य विभाग में करोड़ों रुपये की दवा और उपकरण की खरीद में घोटाले को उजागर किया था. इसपर अनिल विज ने दुष्‍यंत को नशेड़ी बता दिया था इसके बाद दुष्यंत चौटाला ने अनिल विज के खिलाफ मानहानि का केस किया था.

नशेड़ी बताने के मामले में विज के खिलाफ कोर्ट में नहीं हुए पेश
author img

By

Published : Nov 16, 2019, 7:30 PM IST

Updated : Nov 16, 2019, 8:57 PM IST

चंडीगढ़: जेजेपी और बीजेपी के बीच हुए गठबंधन के बाद क्या डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और गृहमंत्री की बीच सब कुछ ठीक हो गया है? क्या दुष्यंत चौटाला ने अनिल विज को माफ कर दिया है? ये हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अनिल विज के खिलाफ दुष्यंत चौटाला ने जो मानहानि का केस ठोका था, उसकी सुनवाई में दुष्यंत चौटाला पेश नहीं हुए हैं.

अनिल विज ने दुष्यंत को कहा था नशेड़ी
मामला नशेड़ी बताने से जुड़ा है. दरअसल साल 2018 में चर्चित दवा घोटाला को लेकर तत्कालीन सांसद दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मनोहर सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे. जिसके जवाब में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दुष्यंत चौटाला को नशेड़ियों के गांव से आना वाला बताया था और कहा था कि दुष्यंत चौटाला को अपना इलाज नशामुक्ति केंद्र में कराना चाहिए.

क्लिक कर देखें रिपोर्ट

दुष्यंत ने विज के खिलाफ किया मानहानि का केस
इस पर दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को नोटिस भेजकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था, लेकिन विज ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दुष्यंत ने कोर्ट में अनिल विज के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था.

कोर्ट में पेश नहीं हुए दुष्यंत चौटाला
अनिल विज के खिलाफ मानहानि केस की सुनवाई शनिवार को होनी थी, लेकिन दुष्यंत चौटाला कोर्ट में पेश नहीं हुए. जिसपर कोर्ट ने केस की सुनवाई 7 फरवरी तक स्थगित कर दी है.

दवा घोटाले पर हुई थी बयानबाजी
गौरतलब है कि दुष्यंत चौटाला की ओर से बीजेपी पर दवा घोटाला कराने का आरोप लगाया था. दुष्यंत चौटाला ने ये मुद्दा लोकसभा में भी उठाया था. इसके बाद अनिल विज और दुष्यंत चौटाला के बीच तीखी बयानबाजी भी चलती थी.

चंडीगढ़: जेजेपी और बीजेपी के बीच हुए गठबंधन के बाद क्या डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और गृहमंत्री की बीच सब कुछ ठीक हो गया है? क्या दुष्यंत चौटाला ने अनिल विज को माफ कर दिया है? ये हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अनिल विज के खिलाफ दुष्यंत चौटाला ने जो मानहानि का केस ठोका था, उसकी सुनवाई में दुष्यंत चौटाला पेश नहीं हुए हैं.

अनिल विज ने दुष्यंत को कहा था नशेड़ी
मामला नशेड़ी बताने से जुड़ा है. दरअसल साल 2018 में चर्चित दवा घोटाला को लेकर तत्कालीन सांसद दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मनोहर सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे. जिसके जवाब में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दुष्यंत चौटाला को नशेड़ियों के गांव से आना वाला बताया था और कहा था कि दुष्यंत चौटाला को अपना इलाज नशामुक्ति केंद्र में कराना चाहिए.

क्लिक कर देखें रिपोर्ट

दुष्यंत ने विज के खिलाफ किया मानहानि का केस
इस पर दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को नोटिस भेजकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था, लेकिन विज ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दुष्यंत ने कोर्ट में अनिल विज के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था.

कोर्ट में पेश नहीं हुए दुष्यंत चौटाला
अनिल विज के खिलाफ मानहानि केस की सुनवाई शनिवार को होनी थी, लेकिन दुष्यंत चौटाला कोर्ट में पेश नहीं हुए. जिसपर कोर्ट ने केस की सुनवाई 7 फरवरी तक स्थगित कर दी है.

दवा घोटाले पर हुई थी बयानबाजी
गौरतलब है कि दुष्यंत चौटाला की ओर से बीजेपी पर दवा घोटाला कराने का आरोप लगाया था. दुष्यंत चौटाला ने ये मुद्दा लोकसभा में भी उठाया था. इसके बाद अनिल विज और दुष्यंत चौटाला के बीच तीखी बयानबाजी भी चलती थी.

Intro:दुष्यंत चौटाला मानहानि केस मामला।

विज के खिलाफ कोर्ट में पेश नहीं हुए दुष्यंत, अब 7 फरवरी को होगी सुनवाई

सांसद रहते हुए दवा घोटाला उजागर करने पर तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने दुष्यंत को बताया था नशेड़ी


दवा घोटाला उजागर करने पर हिसार के तत्कालीन सांसद को नशेड़ी बताने के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बयान के खिलाफ दायर मानहानि की आपराधिक शिकायत की सुनवाई के दौरान उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला शुक्रवार को अदालत में पेश नहीं हुए। उन्होंने पिछले साल 7 जुलाई को यह मामला दायर किया था। मामले की अगली सुनवाई अब 7 फरवरी को होगी।
मामले के अनुसार 18 मार्च, 2018 को सांसद दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य विभाग में करोड़ो रुपये की दवा एवं उपकरण की खरीद मामले में चंडीगढ़ में प्रेस क्रांफेंस कर सबूतों के साथ घोटाले को उजागर किया था। इसके बाद प्रदेश के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 3 अप्रैल, 2018 को दुष्यंत चौटाला को पत्रकार वार्ता में नशेड़ी बताते हुए उनको किसी नशा मुक्ति केंद्र से अपना इलाज करवाने की सलाह दी थी। दुष्यंत चौटाला ने इस मामले को अपनी मानहानि माना और इस मामले में उनकी ओर से स्वास्थ्य मंत्री को नोटिस जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था। परंतु विज की ओर से इसका कोई जवाब नहीं आया था। इसके बाद दुष्यंत ने अदालत में स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ केस दर्ज करवाया था।

Body:गौरतलब है कि दुष्यंत चौटाला वर्तमान में बीजेपी के सहयोगी और उपमुख्यमंत्री हैं। वही अनिल विज भी वर्तमान सरकार में बीजेपी के मंत्री हैं। अब देखना यह होगा कि क्या दोनों मंत्री इस केस को कोर्ट के बाहर ही निपटाएंगे या फिर इस लड़ाई को कोर्ट में लड़ते हुए कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे।Conclusion:
Last Updated : Nov 16, 2019, 8:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.