ETV Bharat / state

इन पांच गांव के लोगों के आशियानों पर खतरा, जिला प्रशासन ने दिया घर खाली करने का आदेश

हिसार के पांच गांव के लोगों के घरों पर जिला प्रशासन ने यह कहकर नोटिस थमा दी है कि 'ये जमीन सरकार की है आपको हटना ही पड़ेगा ' सरकार के इस फैसले के खिलाफ अपनी बस्ती को बचाने के लिए बीड़ संघर्ष समिति द्वारा क्रांतिमान पार्क में इकठ्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया गया

protest by villagers
author img

By

Published : Aug 21, 2019, 2:06 PM IST

हिसार: "गरीब लोगों को उजाड़ना बंद करो और मालिकाना हक दो" ये लाइन आपको विरोध कर रहे लोगों के बैनर पर दिख जाएगी. ये लोग अपने आशियाने को उजड़ने से बचाने के लिए सघर्ष कर रहे हैं.

अपने मालिकाना हक के लिये प्रदर्शन करते ग्रामीण, क्लिक कर देखें वीडियो

घर खाली करने का आदेश दिया

दरअसल हिसार के पांच गांव के लोगों के घरों पर जिला प्रशासन ने यह कहकर नोटिस थमा दिया है कि 'ये जमीन सरकार का है आपको हटना ही पड़ेगा ' सरकार के इस फैसले के खिलाफ अपनी बस्ती को बचाने के लिए बीड़ संघर्ष समिति द्वारा क्रांतिमान पार्क में इकठ्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रशासन ने लोगों से कहा कि घरों में किसी भी तरह का निर्माण न करें इसको लेकर लोगों में भय का माहौल है.

इन गांवों पर मंजरा रहा खतरा

आपको बता दें कि ये पांच गांव पीरावाली, ढंढूर, झिड़ी, डिग्गी ताल और बढवाली हैं. इन पूरे गांवों की अबादी लगभग 25 हजार है. सरकार ने 2015 में ही इन गांव के लोगों को यहां से हटने के लिए नोटिस दे दिया था, जिसके बाद से ही ये लोग इस जमीन पर मालिकाना हक की लड़ाई लड़ रहे हैं.

कांग्रेस नेता भव्य बिश्नोई ने कहा हम देंगे मालिकाना हक

कांग्रेस नेता भव्य बिश्नोई भी वहां पहुंचे और कहा कि यदि कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के मुख्यमंत्री बने तो उनका पहला काम आप लोगों को आपकी जमीन का मालिकाना हक देना होगा.

मुख्यमंत्री ने दिया झूठा आश्वासन

लोगों ने कहा कि सरकार यदि पैसे भी लेना चाहती है तो हम देने के लिए तैयार है. बीड़ संघर्ष समिति सदस्य सुरेश कुमार ने बताया कि जब वे मुख्यमंत्री से मिले थे तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि गांव को नियमित किया जाएगा लेकिन पांच साल होने को हो गए हैं सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है.

हक के लिए करते रहेंगे संघर्ष

सरकार अपने वादे से हट गई. उन्होंने कहा कि वो जब तक उनके गांवों को नियमित नहीं किया जाता वे तब तक संघर्ष करते रहेंगे.

हिसार: "गरीब लोगों को उजाड़ना बंद करो और मालिकाना हक दो" ये लाइन आपको विरोध कर रहे लोगों के बैनर पर दिख जाएगी. ये लोग अपने आशियाने को उजड़ने से बचाने के लिए सघर्ष कर रहे हैं.

अपने मालिकाना हक के लिये प्रदर्शन करते ग्रामीण, क्लिक कर देखें वीडियो

घर खाली करने का आदेश दिया

दरअसल हिसार के पांच गांव के लोगों के घरों पर जिला प्रशासन ने यह कहकर नोटिस थमा दिया है कि 'ये जमीन सरकार का है आपको हटना ही पड़ेगा ' सरकार के इस फैसले के खिलाफ अपनी बस्ती को बचाने के लिए बीड़ संघर्ष समिति द्वारा क्रांतिमान पार्क में इकठ्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रशासन ने लोगों से कहा कि घरों में किसी भी तरह का निर्माण न करें इसको लेकर लोगों में भय का माहौल है.

इन गांवों पर मंजरा रहा खतरा

आपको बता दें कि ये पांच गांव पीरावाली, ढंढूर, झिड़ी, डिग्गी ताल और बढवाली हैं. इन पूरे गांवों की अबादी लगभग 25 हजार है. सरकार ने 2015 में ही इन गांव के लोगों को यहां से हटने के लिए नोटिस दे दिया था, जिसके बाद से ही ये लोग इस जमीन पर मालिकाना हक की लड़ाई लड़ रहे हैं.

कांग्रेस नेता भव्य बिश्नोई ने कहा हम देंगे मालिकाना हक

कांग्रेस नेता भव्य बिश्नोई भी वहां पहुंचे और कहा कि यदि कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के मुख्यमंत्री बने तो उनका पहला काम आप लोगों को आपकी जमीन का मालिकाना हक देना होगा.

मुख्यमंत्री ने दिया झूठा आश्वासन

लोगों ने कहा कि सरकार यदि पैसे भी लेना चाहती है तो हम देने के लिए तैयार है. बीड़ संघर्ष समिति सदस्य सुरेश कुमार ने बताया कि जब वे मुख्यमंत्री से मिले थे तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि गांव को नियमित किया जाएगा लेकिन पांच साल होने को हो गए हैं सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है.

हक के लिए करते रहेंगे संघर्ष

सरकार अपने वादे से हट गई. उन्होंने कहा कि वो जब तक उनके गांवों को नियमित नहीं किया जाता वे तब तक संघर्ष करते रहेंगे.

Intro:हिसार के क्रांतिमान पार्क में अपने पांच गावों जिनमें पीरावाली,ढंढूर,झिड़ी,डिग्गी ताल और बढवाली बस्ती को बचाने के लिए मंगलवार को बीड़ संघर्श समिति द्वारा आयोजित पांच गावों के सैंकडों ग्रामीण एकत्रित हुए।
संघर्श समिति के सदस्यों और ग्रामीणों ने पार्क में जमकर प्रदर्षन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। वहां मौजूद बीड़ संघर्श समिति के सदस्यों ने बताया कि साल 2015 से वो प्रदर्षन कर रहे हैं। वहीं प्रदर्षन स्थल पर कांग्रेस नेता भव्य बिष्नोई भी पहुंचे और सरकार से पांचों बीड़ में स्थित गावों के ग्रामीणों को स्थाई निवास का हक दिए जाने की बात कही। संधर्श समिति और ग्रामीणों ने क्रातिमान पार्क से लेकर लघु सचिवालय तक प्रदर्षन किया और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।Body:कांग्रेस नेता भव्य बिष्नोई ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब सरकार द्वारा गावों में स्कूल,पक्की गलियां, बिजली पानी की व्यवस्था और अन्य मूलभूत सुविधाऐंदी जा रही है। तो फिर वहां निवास करने वाले ग्रामीणों को भी सरकार स्थाई निवास की मान्यता प्रदान कर सकती है। उन्होंने कहा कि उन्होने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों द्वारा बार बार इन गावों को स्थाई मान्यता देने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि सरकार को जन भावनाओं और हजारों परिवारों के भविश्य को देखते हुए इन गावों को स्थाई मान्यता देनी चाहिए।
सम्बोधनः-भव्य बिष्नोई कांग्रेस नेताConclusion:बीड़ संघर्श समिति के सदस्यों ने बताया कि साल 2015 में सरकार द्वारा बीड़ के पांच गांव जिनमें पीरावाली,ढंढूर,झिड़ी,डिग्गी ताल और बढवाली बस्ती के हजारों ग्रामीणों को गांव खाली करने के आदेष जारी किए थे। उनहोंने बताया कि गांवों के प्रत्येक घर में प्रषासन द्वारा नोटिस भेजा गया था कि आपका मकान सरकारी जमीन पर बना है और अवैध है। इस जमीन को खाली कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि 2015 से वो लगातार प्रषासन व सरकारों से गावों को नियमित करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गावों मे अब प्रषासन कोई दिवार नहीं बनाने देता, कोई षौचालय का निर्माण नहीं करने देता है। जिससे गांव में भय का माहौल है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री से जब वो मिले थे तो उन्होंने आष्वासन दिया था कि गांव को नियमित किया जाएगा लेकिन पांच साल होने को हो गए हैं सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि वो जब तक उनके गांवों को नियमित नहीं किया जाता संघर्श करते रहेंगे।
बाईटः-1 कामरेड सुरेष कुमार मुख्य सलाहकार बीड़ संधर्श समिति
2 संदीप सिवाच बीड़ संघर्श समिति सदस्य
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.