हिसार: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों के आंदोलन पर बीजेपी सरकार को जमकर घेरा. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ठंड के मौसम में किसान अपने हकों की लड़ाई के लिए दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज हट की राजनीति से ऊपर उठकर सरकार किसानों की मांगें पूरी करें. ताकि किसान कड़ाके की सर्दी में अपने घर आकर अपने काम में लग सके.
दीपेंद्र ने कहा कि किसान अपने वजूद की लड़ाई लड़ने के लिए शांतिपूर्वक तरीके से दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं. ये बड़ा आंदोलन है और इस आंदोलन में काफी किसानों की जान जा चुकी है. जिसका हमें दर्द है. दीपेंद्र ने कहा कि उनकी कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी.
व्यर्थ नहीं जाएगी किसानों की कुर्बानी-दीपेंद्र
उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में किसान शांति से आंदोलन करके इस बात का परिचय दे रहे हैं कि वो राजनेताओं से कहीं ज्यादा शांतिप्रिय हैं और इतने बड़े आंदोलन को चला रहे हैं. दीपेंद्र ने कहा कि सरकार इनके प्रति दया दिखाएं. इन कानूनों की मार गरीब लोगों पर पड़ेगी. आज पूरा किसान वर्ग एकजुट है और इन तीनों कानून को वापस लेने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.
ये भी पढ़ें- अगर जेजेपी सरकार से अलग हुई तो भूपेंद्र हुड्डा सीएम बन जाएंगे- दिग्विजय चौटाला
दीपेंद्र ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो 4 सदस्यों की कमेटी बनाई थी, उस कमेटी के एक सदस्य ने इस्तीफा भी दे दिया है. केंद्र सरकार जल्द से जल्द इन तीनों कानूनों को रद्द करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला प्रधानमंत्री और अमित शाह से मिलकर किसानों की समाधान की बात ना करके अपनी कुर्सी को सलामत होने का आश्वासन देकर वापस लौट आए. ये सरकार जनता में अपना विश्वास खो चुकी है. बता दें कि दीपेंद्र हुड्डा ने नारनौंद के डाटा गांव की दो गौशालाओं को 11-11 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान किया.