हिसार: सीवर लाइन की सफाई करते हुए गहरे सीवर में गिरे विक्रांत का शव मिलने के बाद परिजनों और सफाई कर्मचारियों ने लाहोरिया चौक पर जाम लगा दिया. विक्रांत के शव के साथ सब जन धरने पर बैठ गए और दिवगंत के परिवार में से किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग करने लगे. साथ ही घटना के लिए दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
मौके पर मौजूद डीएसपी अशोक कुमार ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन की तरफ से काफी संख्या में पुलिस कर्मचारियों की तैनाती भी की गई. वहीं हिसार नगर निगम के मेयर गौतम सरदाना भी मौके पर मौजूद रहे.
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सफाई कर्मचारी संघ व परिजनों के साथ बातचीत के बाद फैसला लिया गया कि विक्रांत के परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी और उन्हें 15 लाख का आर्थिक मुआवजा भी दिया जाएगा. इसके बाद शव को उठाकर सिविल अस्पताल ले जाने की सहमति बनी. पुलिस जब शव उठा रही थी तब भी कुछ युवाओं ने इसका विरोध किया, लेकिन समझौता होने के बाद समझाने पर वो मान गए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
आपको बता दें कि शनिवार अल सुबह 3:00 बजे के करीब लाहोरिया चौक पर सीवरेज की सफाई का काम करते हुए विक्रांत गहरे सीवर में गिर गया था. लगभग 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसके शव को सीवर लाइन से बाहर निकाला जा सका. विक्रांत की मौत सीवर में डूबने से हुई या फिर सीवर की जहरीली गैस के कारण ये तो उसके शव का पोस्टमार्टम करने के बाद ही साफ हो पाएगा.