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हरियाणा में बढ़ रहा महिलाओं के खिलाफ साइबर क्राइम, कैसे करें बचाव - Cyber Crime In Haryana

इंटरनेट के बढ़ते फायदों के साथ साइबर अपराध जैसे भयानक क्राइम भी बढ़ रहे (Cyber Crime in haryana) है. नौकरी के नाम पर, लॉटरी का झांसा देकर या फर्जी ऐप के जरिए जाल में फंसा कर ठग आए दिन लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. ये ठग इतने चालाक होते हैं कि रोजाना नए- नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. इसके बाद उनकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर देते हैं.

Cyber Crime Against Women in haryana
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Published : Apr 2, 2022, 12:26 PM IST

Updated : Apr 2, 2022, 2:33 PM IST

हिसार: आज के इस दौर में इंटरनेट हर क्षेत्र में उपयोग मे लाया जाता है. इंटरनेट के बढ़ते फायदों के साथ साइबर अपराध जैसे भयानक क्राइम भी बढ़ रहे है. साइबर अपराध अलग-अलग तरीकों से बढ़ रहे हैं. महिलाओं को साइबर क्राइम के प्रति अधिक जागरूक होने कि जरूरत है. महिलाओं के साथ होने वाले साइबर क्राइम के मामलों में इजाफा हो रहा (Cyber Crime Against Women In Haryana) है. महिलाओं को आपत्तिजनक वीडियो और फोटो को इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी देने की शिकायते भी आई है. इस पर हिसार में पिछले दिनों एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं. इनमें से कई मामलों में गिरफ्तारियां भी की जा चुकी हैं.


साइबर क्राइम ऐसा अपराध है जिसमें एक कंप्यूटर और एक नेटवर्क दोनों शामिल होते है. साइबर क्राइम मे इंटरनेट, मोबाइल फोन वगैरह का अवैध रूप से इस्तेमाल कर जानबूझकर शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान पहुचाया जाता है. साइबर क्राइम के तरीके जैसे हैकिंग, कंप्यूटर वायरस का प्रसार, एटीएम धोखाधड़ी सोशल मीडिया के द्वारा होने वाला शोषण है. गृह मंत्रालय भारत सरकार ने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की स्थापना की है. साइबर क्राइम से बेहतर तरीके से निपटने क लिए इस योजना को सम्पूर्ण भारत में लागू किया गया है.

सोचने कि बात यह है कई बार सोशल साइट्स पर सावधानी नहीं बरतने का खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ता है. कभी- कभी किसी पर अधिक भरोसा भी मुश्किलें पैदा कर देता है. महिलाओं के साथ साइबर अपराध में उनका पीछा कर बार-बार टेक्स्ट मैसेज भेजना, मिस्ड कॉल करना, सोशल साइट्स पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना, स्टेटस अपडेट पर नजर रखना और इंटरनेट मॉनिटरिंग करना है. जैसे उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर सोशल मीडिया पर उनसे आपतिजनक बातें करना, महिलाओं के आपतिजनक फोटो और वीडियो लेकर उन्हें सोशल मिडिया पर अपलोड करने धमकी देकर उन्हें परेशान व ब्लैकमेल करना.

हरियाणा में बढ़ रहा महिलाओं के खिलाफ साइबर क्राइम, कैसे करें बचाव

सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय महिलाओ को ज्यादा सजग रहना (Cyber safety for women) चाहिए. जरुरत से ज्यादा निजी जानकारियां सोशल मीडिया पर शेयर न करें. महिलाओं के फोटो लगाकर सोशल साइट्स में अकाउंट बनाने के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर इसकी जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित कर अकाउंट ब्लॉक करवाए. उस अकाउंट के बारे में उसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी रिपोर्ट करें. सोशल नेटवर्किंग साइट पर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा किए जाने वाले कमेंट्स और तस्वीरों को लाइक और शेयर करते समय सावधानी बरतें. कुछ लोग इसका भी गलत फायदा उठा सकते हैं.

कुछ असामाजिक तत्व, जिस तस्वीर या पोस्ट को लाइक या शेयर किया है. उसे बदल कर आपत्तिजनक कंटेंट डाल देते हैं. इसके कारण भी कई बार मानसिक तनाव की स्थिति बन जाती है.एसएसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा है कि जैसे ही किसी के साथ भी कोई भी साइबर अपराध घटित होता है तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाना में सूचित करें. साइबर अपराध के लिए हर पुलिस थाने में साइबर डेस्क अलग से बनाया गया है. शिकायत मिलते ही उसी के हिसाब से पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है.

सोशल साइट के अगर कोई पेज ब्लॉक कराने की जरूरत पड़ती है तो पुलिस पेज भी ब्लॉक करवा सकती है. मामले में आरोपी की पहचान होते ही तुरंत गिरफ्तारी की जाती है. गौरतलब है कि हम थोड़ी सी सावधानी से अपने बच्चो को साइबर क्राइम से बचा सकते है. लगभग हर स्कूल जाने वाला बच्चा इन दिनों सोशल मीडिया तक पहुंच रखता है, लेकिन शायद ही उनमें से किसी को अपने प्रोफाइल पर गोपनीयता सेटिंग्स के बारे में पता हो. लोग अपने कंप्यूटर में मजबूत सुरक्षा सॉफ्टवेयर रखें. अनउपयुक्त सामग्री और साइटों को ब्लॉक करें साथ ही अपने बच्चे की ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखें.
ये भी पढ़े-हरियाणा: दलित छात्र का नंबर ज्यादा आया तो दबंग सवर्णों ने स्कूल से नाम कटवाया, पुलिस सुरक्षा में 10वीं बोर्ड परीक्षा दे रहा छात्र

भूल कर भी ना करें ये गलतियां

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपके पास मौजूद व्यक्तिगत डेटा की मात्रा को कम से कम करें.
  • प्रत्येक ऐप पर लोकेशन ट्रैकिंग बंद करें.
  • हार्ड ड्राइव पर आपके द्वारा संग्रहीत किसी भी डेटा को encrypt करें और यदि आप व्यक्तिगत डेटा साझा करते हैं तो ईमेल एन्क्रिप्शन टूल का उपयोग करें.
  • खातों में लॉग इन करने के लिए two factor authentication का उपयोग करें
  • अपने उपकरण को खाली रखें. उन पुरानी फ़ाइलों को हटा दें जिनका आप उपयोग नहीं करते हैं.
  • स्वचालित फाइल और मिडिया शेअरिंग को बंद रखे.
  • यदि आप ब्लूटूथ का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो इसे स्विच ऑफ कर दें
  • अपने कंप्यूटर और डिवाइस को अप टू डेट रखें.
  • सार्वजिनक वाई फाई या चार्जिंग पॉइंट का इस्तेमाल करने से बचे.
  • सोशल मीडिया पर निजी जानकारियां शेयर न करें
  • अनजान व्हाट्सएप कॉल से दूर रहे.
  • आसान पासवर्ड बनाने से बचें.
  • अनजान UPI आईडी से रहें सतर्क. UPI पिन केवल पैसे के ट्रांसफर के लिए जरूरी है, पैसे लेने के लिए नहीं.
  • कोई भी बैंक अपने ग्राहकों से व्यक्तिगत विवरण / वित्तीय जानकारी नहीं मांगते हैं.
  • टेली कॉलर्स / एसएमएस / ईमेल के माध्यम से प्राप्त लिंक में केवाईसी - अपडेशन / कार्ड को अनब्लॉक करने / नौकरी प्रलोभन / मैट्रीमोनियल ऑफर इत्यादि के फर्जी प्रस्तावों से सावधान रहें.
  • बैंकों हेल्पलाइन एवं शाखा संपर्क विवरण प्राप्त करने के लिए केवल बैंक की अधिकृत वेबसाइट का ही उपयोग करें. अपने पासवर्ड को समय - समय पर बदलते रहें ।
  • कपटपूर्ण प्रस्तावों / घटनाओं से संबंधित विवरण संबंधित बैंक को भेजे QR कोड का इस्तेमाल हमेशा पेमेंट करने के लिए होता है, पेमेंट लेने के लिए नहीं. ऐसे में अगर कभी आपके पास पेमेंट प्राप्त करने के नाम पर QR कोड स्कैन करने का मैसेज या मेल आए तो तो भूल कर भी स्कैन न करें.
  • साइबर धोखाधड़ी से पीड़ित व्यक्ति ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत भारत सरकार हेल्पलाइन नंबर 1930, पुलिस तथा संबंधित बैंक शाखा को दे.

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हिसार: आज के इस दौर में इंटरनेट हर क्षेत्र में उपयोग मे लाया जाता है. इंटरनेट के बढ़ते फायदों के साथ साइबर अपराध जैसे भयानक क्राइम भी बढ़ रहे है. साइबर अपराध अलग-अलग तरीकों से बढ़ रहे हैं. महिलाओं को साइबर क्राइम के प्रति अधिक जागरूक होने कि जरूरत है. महिलाओं के साथ होने वाले साइबर क्राइम के मामलों में इजाफा हो रहा (Cyber Crime Against Women In Haryana) है. महिलाओं को आपत्तिजनक वीडियो और फोटो को इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी देने की शिकायते भी आई है. इस पर हिसार में पिछले दिनों एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं. इनमें से कई मामलों में गिरफ्तारियां भी की जा चुकी हैं.


साइबर क्राइम ऐसा अपराध है जिसमें एक कंप्यूटर और एक नेटवर्क दोनों शामिल होते है. साइबर क्राइम मे इंटरनेट, मोबाइल फोन वगैरह का अवैध रूप से इस्तेमाल कर जानबूझकर शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान पहुचाया जाता है. साइबर क्राइम के तरीके जैसे हैकिंग, कंप्यूटर वायरस का प्रसार, एटीएम धोखाधड़ी सोशल मीडिया के द्वारा होने वाला शोषण है. गृह मंत्रालय भारत सरकार ने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की स्थापना की है. साइबर क्राइम से बेहतर तरीके से निपटने क लिए इस योजना को सम्पूर्ण भारत में लागू किया गया है.

सोचने कि बात यह है कई बार सोशल साइट्स पर सावधानी नहीं बरतने का खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ता है. कभी- कभी किसी पर अधिक भरोसा भी मुश्किलें पैदा कर देता है. महिलाओं के साथ साइबर अपराध में उनका पीछा कर बार-बार टेक्स्ट मैसेज भेजना, मिस्ड कॉल करना, सोशल साइट्स पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना, स्टेटस अपडेट पर नजर रखना और इंटरनेट मॉनिटरिंग करना है. जैसे उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर सोशल मीडिया पर उनसे आपतिजनक बातें करना, महिलाओं के आपतिजनक फोटो और वीडियो लेकर उन्हें सोशल मिडिया पर अपलोड करने धमकी देकर उन्हें परेशान व ब्लैकमेल करना.

हरियाणा में बढ़ रहा महिलाओं के खिलाफ साइबर क्राइम, कैसे करें बचाव

सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय महिलाओ को ज्यादा सजग रहना (Cyber safety for women) चाहिए. जरुरत से ज्यादा निजी जानकारियां सोशल मीडिया पर शेयर न करें. महिलाओं के फोटो लगाकर सोशल साइट्स में अकाउंट बनाने के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर इसकी जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित कर अकाउंट ब्लॉक करवाए. उस अकाउंट के बारे में उसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी रिपोर्ट करें. सोशल नेटवर्किंग साइट पर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा किए जाने वाले कमेंट्स और तस्वीरों को लाइक और शेयर करते समय सावधानी बरतें. कुछ लोग इसका भी गलत फायदा उठा सकते हैं.

कुछ असामाजिक तत्व, जिस तस्वीर या पोस्ट को लाइक या शेयर किया है. उसे बदल कर आपत्तिजनक कंटेंट डाल देते हैं. इसके कारण भी कई बार मानसिक तनाव की स्थिति बन जाती है.एसएसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा है कि जैसे ही किसी के साथ भी कोई भी साइबर अपराध घटित होता है तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाना में सूचित करें. साइबर अपराध के लिए हर पुलिस थाने में साइबर डेस्क अलग से बनाया गया है. शिकायत मिलते ही उसी के हिसाब से पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है.

सोशल साइट के अगर कोई पेज ब्लॉक कराने की जरूरत पड़ती है तो पुलिस पेज भी ब्लॉक करवा सकती है. मामले में आरोपी की पहचान होते ही तुरंत गिरफ्तारी की जाती है. गौरतलब है कि हम थोड़ी सी सावधानी से अपने बच्चो को साइबर क्राइम से बचा सकते है. लगभग हर स्कूल जाने वाला बच्चा इन दिनों सोशल मीडिया तक पहुंच रखता है, लेकिन शायद ही उनमें से किसी को अपने प्रोफाइल पर गोपनीयता सेटिंग्स के बारे में पता हो. लोग अपने कंप्यूटर में मजबूत सुरक्षा सॉफ्टवेयर रखें. अनउपयुक्त सामग्री और साइटों को ब्लॉक करें साथ ही अपने बच्चे की ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखें.
ये भी पढ़े-हरियाणा: दलित छात्र का नंबर ज्यादा आया तो दबंग सवर्णों ने स्कूल से नाम कटवाया, पुलिस सुरक्षा में 10वीं बोर्ड परीक्षा दे रहा छात्र

भूल कर भी ना करें ये गलतियां

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपके पास मौजूद व्यक्तिगत डेटा की मात्रा को कम से कम करें.
  • प्रत्येक ऐप पर लोकेशन ट्रैकिंग बंद करें.
  • हार्ड ड्राइव पर आपके द्वारा संग्रहीत किसी भी डेटा को encrypt करें और यदि आप व्यक्तिगत डेटा साझा करते हैं तो ईमेल एन्क्रिप्शन टूल का उपयोग करें.
  • खातों में लॉग इन करने के लिए two factor authentication का उपयोग करें
  • अपने उपकरण को खाली रखें. उन पुरानी फ़ाइलों को हटा दें जिनका आप उपयोग नहीं करते हैं.
  • स्वचालित फाइल और मिडिया शेअरिंग को बंद रखे.
  • यदि आप ब्लूटूथ का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो इसे स्विच ऑफ कर दें
  • अपने कंप्यूटर और डिवाइस को अप टू डेट रखें.
  • सार्वजिनक वाई फाई या चार्जिंग पॉइंट का इस्तेमाल करने से बचे.
  • सोशल मीडिया पर निजी जानकारियां शेयर न करें
  • अनजान व्हाट्सएप कॉल से दूर रहे.
  • आसान पासवर्ड बनाने से बचें.
  • अनजान UPI आईडी से रहें सतर्क. UPI पिन केवल पैसे के ट्रांसफर के लिए जरूरी है, पैसे लेने के लिए नहीं.
  • कोई भी बैंक अपने ग्राहकों से व्यक्तिगत विवरण / वित्तीय जानकारी नहीं मांगते हैं.
  • टेली कॉलर्स / एसएमएस / ईमेल के माध्यम से प्राप्त लिंक में केवाईसी - अपडेशन / कार्ड को अनब्लॉक करने / नौकरी प्रलोभन / मैट्रीमोनियल ऑफर इत्यादि के फर्जी प्रस्तावों से सावधान रहें.
  • बैंकों हेल्पलाइन एवं शाखा संपर्क विवरण प्राप्त करने के लिए केवल बैंक की अधिकृत वेबसाइट का ही उपयोग करें. अपने पासवर्ड को समय - समय पर बदलते रहें ।
  • कपटपूर्ण प्रस्तावों / घटनाओं से संबंधित विवरण संबंधित बैंक को भेजे QR कोड का इस्तेमाल हमेशा पेमेंट करने के लिए होता है, पेमेंट लेने के लिए नहीं. ऐसे में अगर कभी आपके पास पेमेंट प्राप्त करने के नाम पर QR कोड स्कैन करने का मैसेज या मेल आए तो तो भूल कर भी स्कैन न करें.
  • साइबर धोखाधड़ी से पीड़ित व्यक्ति ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत भारत सरकार हेल्पलाइन नंबर 1930, पुलिस तथा संबंधित बैंक शाखा को दे.

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Last Updated : Apr 2, 2022, 2:33 PM IST
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