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एक अप्रैल से सरकारी अस्पतालों में लागू होगा ड्रेस कोड, एक ही रंग में नजर आएंगे सभी स्टाफ

हिसार सरकारी अस्पताल में अब एक अप्रैल से नर्सिंग स्टाफ ड्रेस कोड में नजर आएगा. ऑन ड्यूटी सभी कर्मी एक ही रंग की ड्रेस पहनेंगे साथ ही एक कलर के शूज पहने दिखाई देंगे. अस्पताल में अनुशासन बनाए रखने के लिए ड्रेस कोड लागू किया जा रहा है.

Color dress code implement in Hisar
Color dress code implement in Hisar
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Published : Mar 27, 2023, 12:37 PM IST

हिसार: हिसार सरकारी अस्पतालों में एक अप्रैल से कलर ड्रेस कोड लागू किया जाएगा. हालांकि, इससे पहले ड्रेस कोड को लेकर नर्सिंग स्टाफ की तमाम आपत्तियां थीं, जिन्हें हेल्थ अफसरों ने दूर कर दिया है. बता दें कि ड्रेस कोड से अनुशासन, एकरूपता और समानता को कायम रखने के लिए इसे लागू किया जाना है. नर्सिंग स्टाफ एक ही रंग की ड्रेस पहनेगा, जिसके लिए पांच-पांच मीटर कपड़ा दिया जाएगा. बता दें कि हर नर्सिंग ऑफिसर को वर्दी भत्ता के रूप में मासिक 1150 रूपये मिलते हैं. जिससे कपड़ा मुहैया होने पर सलवार-कमीज अपनी मर्जी के टेलर से सिलवा सकती हैं.

बता दें कि फरवरी माह में डीजी हेल्थ ने ड्रेस कोड लागू करने का पत्र जारी किया था. इसको लेकर नर्सिंग ऑफिसर ने रंग, एप्रेन इत्यादि पर आपत्तियां जताना शुरू कर दिया था. हाल ही में पीएमओ डॉ. रतना भारती से नर्सिंग एसो. का प्रतिनिधिमंडल मिला था, जिसके बाद ड्रेस कोड का पालन करने पर सहमति बनी है.

दरअसल, अस्पतालों में स्टाफ कर्मियों के बीच फैशन का प्रचलन अधिक देखने को मिल रहा है. बताया जा रहा है कि ड्रेस कोड के नाम पर फीमेल स्टाफ प्लाजो, कढ़ाई वाला सूट, चूड़ीदार पजामी, टॉप, शॉर्ट कुर्ती, बेहद तंग कपड़े इत्यादि पहनकर आती है. वहीं, मेल स्टाफ भी जींस, टी-शर्ट, फॉर्मल शूज के नाम पर स्नीकर्स, स्पोर्ट्स शूज या लोफर शूज पहनकर आते हैं. अब इस तरह की ड्रेस व शूज पहनने पर प्रतिबंध रहेगा. इसके अलावा नाखून काटकर व साफ रखने होंगे. ड्यूटी पर बिना मेकअप व ज्वैलरी पहने आना होगा.

यह भी पढ़ें-पटौदी नगर परिषद में गांव को शामिल करने का विरोध, अनिश्चितकालनील भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

ये हैं आदेश : ड्रेस कोड से संस्थान की छवि बेहतर होती है. सफाई व स्वच्छता, सुरक्षा, परिवहन, टेक्निकल वर्कर, किचन वर्कर, फील्ड वर्कर आदि भी ड्रेस कोड में नजर आएंगे. नॉन क्लीनिकल प्रशासनिक काम करने वाले कर्मी फॉर्मल ड्रेस पहनेंगे. ड्रेस कोड की अनुपालना पर अनुशासनात्मक एक्शन लिया जाएगा. हर कर्मी की ड्रेस पर नेम प्लेट भी लगेगी, जिसके ऊपर उसका नाम व पद लिखा होगा. प्रशिक्षुओं को नेम प्लेट के साथ काली पेंट व सफेद शर्ट पहननी होगी. असामान्य हेयरस्टाइल और अपरंपरागत हेयर कट की अनुमति नहीं है. जूते भी किसी सजावट मुक्त होने चाहिए.

नर्सिंग एसोसिएशन हिसार की जिला प्रधान सुदेश हुड्डा ने बताया कि कलर ड्रेस कोड को लेकर पीएमओ के साथ मीटिंग हुई थी. अब एक ही रंग के ड्रेस कोड में नर्सिंग स्टाफ नजर आएगा. नर्सिंग ऑफिसर को वर्दी भत्ता मिलता है जिसके तहत एक जगह से उच्च गुणवत्ता वाला पांच-पांच मीटर कपड़ा मुहैया करवाएंगे.

हिसार: हिसार सरकारी अस्पतालों में एक अप्रैल से कलर ड्रेस कोड लागू किया जाएगा. हालांकि, इससे पहले ड्रेस कोड को लेकर नर्सिंग स्टाफ की तमाम आपत्तियां थीं, जिन्हें हेल्थ अफसरों ने दूर कर दिया है. बता दें कि ड्रेस कोड से अनुशासन, एकरूपता और समानता को कायम रखने के लिए इसे लागू किया जाना है. नर्सिंग स्टाफ एक ही रंग की ड्रेस पहनेगा, जिसके लिए पांच-पांच मीटर कपड़ा दिया जाएगा. बता दें कि हर नर्सिंग ऑफिसर को वर्दी भत्ता के रूप में मासिक 1150 रूपये मिलते हैं. जिससे कपड़ा मुहैया होने पर सलवार-कमीज अपनी मर्जी के टेलर से सिलवा सकती हैं.

बता दें कि फरवरी माह में डीजी हेल्थ ने ड्रेस कोड लागू करने का पत्र जारी किया था. इसको लेकर नर्सिंग ऑफिसर ने रंग, एप्रेन इत्यादि पर आपत्तियां जताना शुरू कर दिया था. हाल ही में पीएमओ डॉ. रतना भारती से नर्सिंग एसो. का प्रतिनिधिमंडल मिला था, जिसके बाद ड्रेस कोड का पालन करने पर सहमति बनी है.

दरअसल, अस्पतालों में स्टाफ कर्मियों के बीच फैशन का प्रचलन अधिक देखने को मिल रहा है. बताया जा रहा है कि ड्रेस कोड के नाम पर फीमेल स्टाफ प्लाजो, कढ़ाई वाला सूट, चूड़ीदार पजामी, टॉप, शॉर्ट कुर्ती, बेहद तंग कपड़े इत्यादि पहनकर आती है. वहीं, मेल स्टाफ भी जींस, टी-शर्ट, फॉर्मल शूज के नाम पर स्नीकर्स, स्पोर्ट्स शूज या लोफर शूज पहनकर आते हैं. अब इस तरह की ड्रेस व शूज पहनने पर प्रतिबंध रहेगा. इसके अलावा नाखून काटकर व साफ रखने होंगे. ड्यूटी पर बिना मेकअप व ज्वैलरी पहने आना होगा.

यह भी पढ़ें-पटौदी नगर परिषद में गांव को शामिल करने का विरोध, अनिश्चितकालनील भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

ये हैं आदेश : ड्रेस कोड से संस्थान की छवि बेहतर होती है. सफाई व स्वच्छता, सुरक्षा, परिवहन, टेक्निकल वर्कर, किचन वर्कर, फील्ड वर्कर आदि भी ड्रेस कोड में नजर आएंगे. नॉन क्लीनिकल प्रशासनिक काम करने वाले कर्मी फॉर्मल ड्रेस पहनेंगे. ड्रेस कोड की अनुपालना पर अनुशासनात्मक एक्शन लिया जाएगा. हर कर्मी की ड्रेस पर नेम प्लेट भी लगेगी, जिसके ऊपर उसका नाम व पद लिखा होगा. प्रशिक्षुओं को नेम प्लेट के साथ काली पेंट व सफेद शर्ट पहननी होगी. असामान्य हेयरस्टाइल और अपरंपरागत हेयर कट की अनुमति नहीं है. जूते भी किसी सजावट मुक्त होने चाहिए.

नर्सिंग एसोसिएशन हिसार की जिला प्रधान सुदेश हुड्डा ने बताया कि कलर ड्रेस कोड को लेकर पीएमओ के साथ मीटिंग हुई थी. अब एक ही रंग के ड्रेस कोड में नर्सिंग स्टाफ नजर आएगा. नर्सिंग ऑफिसर को वर्दी भत्ता मिलता है जिसके तहत एक जगह से उच्च गुणवत्ता वाला पांच-पांच मीटर कपड़ा मुहैया करवाएंगे.

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