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हिसार: घर जा रहे श्रमिक से वीडियो कॉल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की बात - हिसार की खबर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हिसार रेलवे स्टेशन पर मौजूद प्रवासी मजदूर से वीडियो कॉल से बात की. सीएम ने मजदूरों से प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं को लेकर जानकारी ली. साथ ही सीएम ने कहा कि उनके राज्य की सरकार से भी बात कर आगे की व्यवस्था करवा दी है. पढ़ें पूरी खबर...

chief minister manohar lal
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Published : May 7, 2020, 12:13 AM IST

हिसार: प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए हिसार से गया (बिहार) के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई गई. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशेष ट्रेन के संचालन की प्रत्येक गतिविधि पर चंडीगढ़ से ही नजर रखे हुए थे. प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस से पूरे मामले की पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे. ट्रेन के चलने से पहले उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए किए गए विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा की और कहीं कोई चूक ना रहे, इसके लिए उन्होंने श्रमिकों से भी मोबाइल वीडियो कॉल के माध्यम से व्यवस्थाओं के संबंध में प्रतिक्रिया ली.

कटिहार के मूल निवासी और फिलहाल बरवाला उपमंडल में मेहनत मजदूरी करने वाले श्रमिक मक्खन से वीडियो कॉल के माध्यम से बात करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनसे पूछा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हुई. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रमिक ने बताया कि वे और उसके 26 साथी बिहार से आए थे और बरवाला में रह रहे थे अचानक कोरोना के फैलने से उनके काम-धंधे बंद हो गए. हालांकि प्रशासन के स्तर पर उन्हें सभी भोजन के साथ-साथ अन्य सभी सुविधाएं मिल रही थीं लेकिन फिर भी उनका अपने परिवार से मिलने का मन हो रहा था.

प्रवासी मजदूर से बात करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल

लॉकडाउन में तमाम परिवहन व्यवस्थाएं बंद होने से एक बार तो उन्हें लगा कि वे आसानी से अपने घर नहीं जा पाएंगे लेकिन सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी होने से उन्हें कुछ उम्मीद बंधी और उन्होंने अपना पंजीकरण करवा दिया. इसके बाद प्रशासन की तरफ से उन्हें बिहार भेजे जाने के बारे में सूचित किया गया. स्वास्थ्य संबंधी जांच और अन्य औपचारिकताओं के बाद उन्हें बसों के माध्यम से हिसार लाया गया. यहां भोजन और पानी के इंतजाम किए गए थे.

ये भी पढ़ें:- पड़ताल: लॉकडाउन में चारे की कमी ने तोड़ी डेयरी उद्योग की कमर, आधा दूध दे रहे पशु

इसके बाद मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि उन्हें इस कार्य के लिए कोई पैसा तो नहीं देना पड़ा तो श्रमिक मक्खन ने कहा कि उनका एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ है. रेल के किराए से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं प्रशासन की ओर से फ्री में की गई है. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें अवगत करवाया कि प्रदेश सरकार ने बिहार सरकार से बात करके आगे के भी सभी प्रबंध करवा दिए हैं. जो श्रमिक अभी भी राज्य में कहीं फंसे हुए हैं. उनके पंजीकरण किए जा रहे हैं. पंजीकृत श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी.

हिसार: प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए हिसार से गया (बिहार) के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई गई. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशेष ट्रेन के संचालन की प्रत्येक गतिविधि पर चंडीगढ़ से ही नजर रखे हुए थे. प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस से पूरे मामले की पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे. ट्रेन के चलने से पहले उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए किए गए विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा की और कहीं कोई चूक ना रहे, इसके लिए उन्होंने श्रमिकों से भी मोबाइल वीडियो कॉल के माध्यम से व्यवस्थाओं के संबंध में प्रतिक्रिया ली.

कटिहार के मूल निवासी और फिलहाल बरवाला उपमंडल में मेहनत मजदूरी करने वाले श्रमिक मक्खन से वीडियो कॉल के माध्यम से बात करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनसे पूछा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हुई. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रमिक ने बताया कि वे और उसके 26 साथी बिहार से आए थे और बरवाला में रह रहे थे अचानक कोरोना के फैलने से उनके काम-धंधे बंद हो गए. हालांकि प्रशासन के स्तर पर उन्हें सभी भोजन के साथ-साथ अन्य सभी सुविधाएं मिल रही थीं लेकिन फिर भी उनका अपने परिवार से मिलने का मन हो रहा था.

प्रवासी मजदूर से बात करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल

लॉकडाउन में तमाम परिवहन व्यवस्थाएं बंद होने से एक बार तो उन्हें लगा कि वे आसानी से अपने घर नहीं जा पाएंगे लेकिन सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी होने से उन्हें कुछ उम्मीद बंधी और उन्होंने अपना पंजीकरण करवा दिया. इसके बाद प्रशासन की तरफ से उन्हें बिहार भेजे जाने के बारे में सूचित किया गया. स्वास्थ्य संबंधी जांच और अन्य औपचारिकताओं के बाद उन्हें बसों के माध्यम से हिसार लाया गया. यहां भोजन और पानी के इंतजाम किए गए थे.

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इसके बाद मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि उन्हें इस कार्य के लिए कोई पैसा तो नहीं देना पड़ा तो श्रमिक मक्खन ने कहा कि उनका एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ है. रेल के किराए से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं प्रशासन की ओर से फ्री में की गई है. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें अवगत करवाया कि प्रदेश सरकार ने बिहार सरकार से बात करके आगे के भी सभी प्रबंध करवा दिए हैं. जो श्रमिक अभी भी राज्य में कहीं फंसे हुए हैं. उनके पंजीकरण किए जा रहे हैं. पंजीकृत श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी.

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