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चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को ICAR की रैंकिंग में मिला तीसरा स्थान

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) रैंकिंग में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को तीसरा स्थान मिला है. ये परिणाम शनिवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली में जारी किया गया.

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चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को ICAR की रैंकिंग में मिला तीसरा स्थान
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Published : Dec 6, 2020, 7:40 AM IST

हिसारः चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. सीसीएस विश्वविद्यालय देश के शीर्ष तीन राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है. विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद यानी (आईसीएआर), कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 2019 के लिए जारी आईसीएआर रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है.

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) रैंकिंग की घोषणा शनिवार को देश के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की. आईसीएआर द्वारा जारी इस रैंकिंग के लिए देश के सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन माध्यम से आवेदन किया था, जिसका परिणाम शनिवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली में जारी किया गया.

इस आधार पर तय होती है रैंकिंग

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा जारी रैंकिंग के लिए विभिन्न मापदण्ड तय किए जाते हैं. इस रैंकिंग के लिए विभिन्न केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, राज्य कृषि विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय/आईसीएआर के संस्थान शामिल हुए थे. इनमें 64 राज्य कृषि विश्वविद्यालय, 3 केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय और 4 डीम्ड विश्वविद्यालय/ आईसीएआर के संस्थान शामिल हुए. इस रैंकिंग को देने के लिए शिक्षण, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा के अलावा अवार्ड के अलग-अलग अंक निर्धारित किए गए थे. इनमें शिक्षण, अनुसंधान, शिक्षा के लिए तीस-तीस अंक जबकि अवार्ड के लिए दस अंक तय किए गए थे.

ये भी पढ़ेंः सीटीयू की बसों में लगेगा GPS, एक क्लिक में मोबाइल पर मिलेगी बस की लोकेशन

अनुसंधान क्षेत्र का रहा अहम रोल

विश्वविद्यालय के रैंकिंग के नोडल अधिकारी प्रोफेसर रवि गुप्ता ने बताया कि आईसीएआर द्वारा तय मानकों में इस बार विश्वविद्यालय को अनुसंधान के क्षेत्र में सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं. उन्होंने बताया कि इस रैंकिंग में अनुसंधान की तीन सालों की उपलब्धियों को शामिल किया गया था. इसमें विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की उन्नत किस्में विकसित करना, पेटेंट हासिल करना और नई-नई तकनीकों को विकसित करना शामिल था. उन्होंने बताया पिछले साल कृषि विज्ञान केंद्र यमुनानगर को ‘सर्वश्रेष्ठ जोनल कृषि विज्ञान केंद्र अवार्ड’ से नवाजा गया था.

विश्वविद्यालय के नाम कई उपलब्धियांः

  • साल 1996 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा सर्वश्रेष्ठ संस्थान पुरस्कार, सरदार पटेल सर्वश्रेष्ठ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पुरस्कार मिल चुके हैं.
  • साल 2016 में अनुसंधान के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जा चुका है
  • विश्वविद्यालय ने अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ऑन इनोवेशन एंड एचीवमेंटस में कृषि विश्वविद्यालयों में देशभर में प्रथम स्थान हासिल किया था
  • केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 के लिए जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय को देशभर में 49वां स्थान जबकि प्रदेश में पहला स्थान मिला था

हिसारः चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. सीसीएस विश्वविद्यालय देश के शीर्ष तीन राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है. विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद यानी (आईसीएआर), कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 2019 के लिए जारी आईसीएआर रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है.

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) रैंकिंग की घोषणा शनिवार को देश के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की. आईसीएआर द्वारा जारी इस रैंकिंग के लिए देश के सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन माध्यम से आवेदन किया था, जिसका परिणाम शनिवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली में जारी किया गया.

इस आधार पर तय होती है रैंकिंग

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा जारी रैंकिंग के लिए विभिन्न मापदण्ड तय किए जाते हैं. इस रैंकिंग के लिए विभिन्न केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, राज्य कृषि विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय/आईसीएआर के संस्थान शामिल हुए थे. इनमें 64 राज्य कृषि विश्वविद्यालय, 3 केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय और 4 डीम्ड विश्वविद्यालय/ आईसीएआर के संस्थान शामिल हुए. इस रैंकिंग को देने के लिए शिक्षण, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा के अलावा अवार्ड के अलग-अलग अंक निर्धारित किए गए थे. इनमें शिक्षण, अनुसंधान, शिक्षा के लिए तीस-तीस अंक जबकि अवार्ड के लिए दस अंक तय किए गए थे.

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अनुसंधान क्षेत्र का रहा अहम रोल

विश्वविद्यालय के रैंकिंग के नोडल अधिकारी प्रोफेसर रवि गुप्ता ने बताया कि आईसीएआर द्वारा तय मानकों में इस बार विश्वविद्यालय को अनुसंधान के क्षेत्र में सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं. उन्होंने बताया कि इस रैंकिंग में अनुसंधान की तीन सालों की उपलब्धियों को शामिल किया गया था. इसमें विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की उन्नत किस्में विकसित करना, पेटेंट हासिल करना और नई-नई तकनीकों को विकसित करना शामिल था. उन्होंने बताया पिछले साल कृषि विज्ञान केंद्र यमुनानगर को ‘सर्वश्रेष्ठ जोनल कृषि विज्ञान केंद्र अवार्ड’ से नवाजा गया था.

विश्वविद्यालय के नाम कई उपलब्धियांः

  • साल 1996 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा सर्वश्रेष्ठ संस्थान पुरस्कार, सरदार पटेल सर्वश्रेष्ठ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पुरस्कार मिल चुके हैं.
  • साल 2016 में अनुसंधान के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जा चुका है
  • विश्वविद्यालय ने अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ऑन इनोवेशन एंड एचीवमेंटस में कृषि विश्वविद्यालयों में देशभर में प्रथम स्थान हासिल किया था
  • केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 के लिए जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय को देशभर में 49वां स्थान जबकि प्रदेश में पहला स्थान मिला था

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