हिसार: चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग में भारतीय मौसम विभाग के सहयोग से ब्लैक कार्बन एरोसॉल मेजरमेंट इक्विपमेंट की स्थापना की गई है. इस मौके पर भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर केजे रमेश मौजूद रहे.
ब्लैक कार्बन एरोसॉल मेजरमेंट इक्विपमेंट की सहायता से हिसार के वातावरण में मौजूद ब्लैक कार्बन की मात्रा का पता चल पाएगा. प्रदेश में इस तरह का यह पहला उपकरण भारतीय मौसम विभाग की तरफ से चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में लगाया गया है.
ब्लैक कार्बन की वातावरण में मात्रा की जानकारी के बाद चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय यह पता लगाएगा कि इसकी कितनी मात्रा से किन किन फसलों को नुकसान होता है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन लाल खिचड़ ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग के सहयोग से विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान केंद्र में यह उपकरण स्थापित किया गया है. उन्होंने बताया कि भारतीय मौसम विभाग देश के सभी क्षेत्रों में इस तरह के उपकरण लगाकर पूरे देश में वातावरण में मौजूद ब्लैक कार्बन पार्टिकल की जानकारी ले पाएगा.
साथ ही उन्होंने बताया कि ब्लैक कार्बन एरोसॉल मेजरमेंट उपकरण से मिले आंकड़ों के अनुसार इसका फल सब्जी और कृषि पर जो प्रभाव पड़ता है उसका भी विश्लेषण किया जाएगा.