हिसार: भारत में लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों का अपने गांव जाना जारी है. इसी बीच नारनौंद में 4 प्रवासी मजदूरों को सड़क पर पैदल चलते हुए देखा तो प्रशासन सख्त नजर आया. प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए उनको वापस रोहनात गांव में पहुंचाया.
नारनौंद प्रशासन ने कहा कि हिसार जिले की सारी सीमाएं सील कर दी गई है. इसलिए किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. यदि कोई प्रवासी मजदूर इधर से उधर जाते हुए मिला तो उसको होम शेल्टर ले जाया जाएगा. जहां उसके रहने और खाने की व्यवस्था नारनौंद प्रशासन द्वारा की जाएगी.
उन्होंने अपील की है कि कोई भी मजदूर सड़क पर ना आए और जहां है वहीं रुके, ताकि प्रशासन उसकी मदद वहीं पर कर सके. नारनौंद नगर पालिका के अधिकारी महावीर सिंह ने कहा कि यदि कोई भी प्रवासी मजदूर आता है तो रहने और खाने का प्रबंध नारनौद प्रशासन कर रहा है.
यदि नारनौंद निवासियों को भी किसी तरह की खाने की दिक्कत आती है, तो उसके लिए नगर पालिका नारनौद प्रबंध करेगी. नगर पालिका अधिकारी महावीर ने कहा सभी मंदिर प्रबंधक को नोटिस दे दिए हैं ताकि कोई भी सार्वजनिक स्थल पर न जाए.
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नारनौंद कस्बे में नगर पालिका सफाई पर विशेष ध्यान रखे हुए हैं और जो मुख्य जगह हैं जैसे अस्पताल, सभी बैंक, होम शेल्टर, सब्जी मंडी, पुलिस स्टेशन सभी को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जा रहा है, ताकि कोरोना जैसी महामारी से नारनौंद नगरवासियों को बचाया जा सके.
गौरतलब है कि हिसार जिले में कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने अधिक सजग और सख्त हो गया है. प्रवासी मजदूरों के आवागमन को रोकने के लिए होम शेल्टर बनाए गए हैं.