गुरुग्राम: ईटीवी भारत की टीम हरियाणा के अलग-अलग जिलों में महिला सुरक्षा की पड़ताल पर निकली हुई है. इस कड़ी में हमारी टीम पहुंची साइबर सिटी गुरुग्राम में. यहां हमारे संवाददाता ने महिलाओं और छात्राओं से बात की और जाना कि आखिर महिलाएं गुरुग्राम में अपने आप को कितना सुरक्षित महसूस करती है.
ईटीवी भारत की पहल ऑपरेशन बेची बचाओ
ऑपरेशन बेटी बचाओ की पहली कड़ी में हमने आपको दिखाया कि गुरुग्राम में ई-रिक्शा में यात्रा करने वाली छात्राएं कितनी सुरक्षित हैं. इस बार हम गुरुग्राम के बसई इलाके में जाकर पड़ताल की. इस इलाके को काफी सुनसान कहा जाता है.
बसई रोड पर असुरक्षित हैं छात्राएं
यहां पर रहने वाली छात्राओं से बात करने पर जो बात सामने आई वो चौंकाने वाली थी. दरअसल, बसई इलाका बेहद सुनसान है, लेकिन यहां आस-पास रेजिडेंशल एरिया है. इस लिहाज से यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए, लेकिन छात्राओं ने बताया कि यहां से वो रोज गुजरती हैं और आज तक उन्होंने यहां कोई पुलिसकर्मी को देखा है और न ही पीसीआर को.
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ईटीवी भारत की पड़ताल: सुरक्षा के जीरो इंतजाम
छात्राओं की ये बात सुनने के बाद हमने भी इस सुनसान सड़क पर 15 मिनट गुजारे और देखा कि क्या सच में यहां पुलिस का कोई पहरा नहीं है. तो हमारी पड़ताल में भी यही सामने आया कि बसई रोड महिलाओं के लिए असुरक्षित है, क्योंकि हमें पुलिस का एक जवान भी इस सड़क पर दिखाई नहीं दिया. इसमें हैरान करने वाली बात ये है कि ये दोपहर में हुआ, अब रात में यहां महिलाएं कितनी सुरक्षित होंगी इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.
क्या सरकार को है किसी वारदात का इंतजार ?
ईटीवी भारत हरियाणा की टीम की इस पड़ताल में पाया गया कि छात्राएं आज भी साइबर सिटी गुरुग्राम में असुरक्षित हैं. अगर सरकार हमारे इस प्रोग्राम को देख रही है तो हम उनसे पूछना चाहते हैं कि आखिर महिला सुरक्षा के लाख दावों के बाद भी छात्राएं अपने आप को गुरुग्राम में असुरक्षित क्यों महसूस कर रही हैं. क्या ये सच्चाई देखने के बाद सरकार कोई कदम उठाएगी या फिर अभी भी किसी के वारदात के इंतजार में बैठी रहेगी.