गुरुग्राम: साइबर सिटी के वासियों को हर साल जलभराव की समस्या से दो-चार होना पड़ता है. जलभराव के कई कारण हैं, जिसमें से पहला ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त ना होना, दूसरा रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का सुचारू रूप से काम ना करना. वहीं सबसे बड़ा कारण सड़क और फ्लाईओवर्स का निर्माण कार्य है. गुरुग्राम के चौराहों पर फ्लाईओवर या अंडरपास बनाए जा रहे हैं. काम बहुत धीमी गति से होता है. जिस वजह से सड़कों पर पानी जमा हो जाता है.
गुरुग्राम-सोहना एलिवेटेड फ्लाईओवर
गुरुग्राम में इस वक्त सबसे बड़ा प्रोजेक्ट गुरुग्राम-सोहना एलिवेटेड फ्लाईओवर का चल रहा है. गुरुग्राम-सोहना रोड पर तमाम कॉर्पोरेट दफ्तर हैं और इस सड़क पर बाहरी ट्रैफिक भी काफी है और हमेशा जाम की स्थिति रहती है. जिसे देखते हुए इल फ्लाईओवर का निर्माण शुरू किया गया था. ये फ्लाईओवर 9.200 किलोमीटर लंबा है और इसका निर्माण दो भाग में किया जा रहा है.
पहले भाग में एक अंडरपास और गुरुग्राम में सुभाष चौक से बादशाहपुर की ओर 6 किलोमीटर की दूरी तक एक एलिवेटेड रोड शामिल है. वहीं इस फ्लाईओवर का शिलान्यास मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 14 अगस्त 2016 को किया था. फिर सरकार ने 21 महीनों की डेडलाइन रखी, लेकिन निर्माण कार्य ही 3 साल बाद 2019 में शुरू हुआ और अब 2021 में काम पूरा होने की उम्मीद है.
मल्टीलेवल पार्किंग
गुरुग्राम नगर निगम ने शहर में 3 मल्टीलेवल पार्किंग बनाने का काम शुरू किया था, लेकिन लॉकडाउन से पहले दो निर्माण कार्य तो शुरू हुए, लेकिन एक नहीं हो पाया. लॉकडाउन से पहले सदर बाजार और कमान सराय स्थित मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण कार्य शुरू हो गया था. एजेंसी ने दोनों जगहों पर जमीन खुदाई का कार्य भी शुरू कर दिया था, लेकिन लॉकडाउन के बाद काम रुक गया और अभी भी धीमी गति से हो रहा है. मल्टी लेवल पार्किंग के आस-पास भी काफी जाम की स्थिति बनी रहती है.
क्या नगर निगम की मेयर का ये तर्क जायज है?
इस सबमें आम जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसीलिए ईटीवी भारत जनता को होने वाली इस परेशानी का कारण जानने और समाधान की आस लेकर गुरुग्राम नगर निगम की मेयर के पास पहुंचा. वहां हमें जवाब मिला कि कोरोना के कारण काम में काफी रुकावट आई है, लेकिन अब काम दोबारा से शुरू हो गया है, लेकिन इस दौरान वो ये भूल गईं कि जिन प्रोजेक्ट्स को 2019 में ही पूरा हो जाना चाहिए था, आखिर वो अभी तक पूरे क्यों नहीं हुए?
रात भर जागने वाला और चकाचौंध भरा साइबर सिटी हर साल बरसात में जलभराव की समस्या से दोचार होता है और सरकारी कामों में हो रही देरी का भी सामना करता है. अगर देर सबेर होने वाला ये सरकारी 'विकास' गुरुग्राम वासियों को जलभराव और जाम की समस्या से निजात दिला दे तो लोग शायद अपनी परेशानियां भुला दें.
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