गुरूग्रामः स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने डीएलएफ (DLF Gurugram) क्षेत्र में ग्वाल पहाड़ी पर तैनात हेड कांस्टेबल को 10 हज़ार रूपए की रिश्वत (Vigilance caught bribery policeman) लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी पुलिस कर्मी डंपर चालक से डंपर चलाने की एवज में मंथली मांग रहा था. उसने डंपर चालक को कहा था की अगर वो उसे मंथली नहीं देगा तो वो रोड पर डंपर नहीं चलने देगा.
महेंद्रगढ़ निवासी डंपर चालक ने इसकी सूचना विजिलेंस को दी जिसके बाद विजिलेंस ने ट्रैप लगाकर आरोपी पुलिसकर्मी सुनिल को गिरफ्तार कर लिया. विजिलेंस ब्यूरो इंस्पेक्टर जयपाल सिंह ने बताया की डंपर चालक ने उन्हें हेड कांस्टेबल सुनील की शिकायत की थी जिसके बाद आरोपी को दबोचने का प्लान बनाया गया. विजिलेंस की टीम ने दो दिन पहले भी फर्रुखनगर थाने से 20 हज़ार रूपए की रिश्वत लेते हुए एएसआई को गिरफ्तार किया था.
रिश्वतखोर एएसआइ जमीन पर कब्जे की रिपोर्ट बनाने के नाम पर 35 हज़ार रुपए की रिश्वत मांग रहा था. एएसआई बड़ी चालाकी से थाने के बाहर चाय बेचने वाले के माध्यम से रिश्वत ले रहा था. विजिलेंस की टीम ने एएसआई के साथ चाय बनाने वाले को भी गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
विजिलेंस लगातार भ्रष्ट कर्मचारी और अधिकारियों को गिरफ्तार कर रही लेकिन फिर भी वो रिश्वत लेने से डरते नहीं हैं. धीरे-धीरे लोग भी जागरूक हो रहे हैं और भ्रष्ट अधिकारियों की शिकायत विजिलेंस को दे रहे हैं. गुरूग्राम में इससे पहले भी कई पुलिस कर्मी रिश्वत लेते हुए पकड़ गए हैं लेकिन फिर भी रिश्वतखोरी कम नहीं हो रही है.लगता है पुलिसकर्मी विजिलेंस को गंभीरता से नहीं लेते हैं इसलिए भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं . लेकिन विजिलेंस भ्रष्ट अधिकारियों पर लगातार नकेल कस रही है ताकि उनको पकड़ कर जेल भेजा जाए.