गुरुग्राम: केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने गुरुग्राम में जेएमडीए के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान राव इंद्रजीत सिंह ने कई मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही घटते भूजल के स्तर पर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि यदि गुरुग्राम में भूजल का दोहन इसी तरह होता रहेगा तो गुरुग्राम की हालत भी उत्तराखंड के जोशीमठ जैसे हो सकते हैं. (Union Minister of State Rao Inderjit Singh meeting ) (water exploitation in Gurugram)
गुरुग्राम में भूजल का दोहन इस कदर हो रहा है कि यहां के हालात बिगड़ते जा रहे हैं. यदि लोग न सुधरे और भूजल का इसी तरह से दोहन चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं है जब गुरुग्राम के हालात भी उत्तराखंड के जोशीमठ की तरह हो जाएंगे. भूजल का दोहन करने की बजाय इसे रीचार्ज करने के लिए सभी को उपाय करने होंगे. गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण, नगर निगम व जिला प्रशासन भूजल रीचार्ज के लिए बनाए गए तालाब व इसके आसपास के एरिया पर स्टडी भी कराएं ताकि यह पता लगाया जा सके कि भूजल के रीचार्ज में इनका कितना महत्व है.
बुधवार को केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ जल संरक्षण को लेकर अहम बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से जल संरक्षण पर बनाई गई योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि गुरुग्राम का विकास तेजी से हुआ है. यहां लोगों की आमदनी भी बढ़ गई है, लेकिन हर कोई अपने बारे में सोच रहा है. जल संरक्षण की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं है. यह प्लान बनाया गया है कि गुरुग्राम के वेस्ट पानी को गुरुग्राम से बाहर न भेजा जाए. वेस्ट पानी को शोधित करने के बाद इसे गुरुग्राम में ही उपयोग में लाया जाए. इसके लिए भी उन्होंने अधिकारियों को प्लान बनाने के लिए कहा है. (Gurugram Metropolitan Development Authority)
बैठक के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने वजीराबाद में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण की तरफ से बनाए गए तालाब का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि सभी विभाग मिलकर जल संरक्षण पर कार्य करें ताकि भूजल को रिचार्ज किया जा सके. (JMDA officials in gurugram) (Union Minister of State Rao Inderjit Singh in gurugram)
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