गुरुग्राम: सदर बाजार में पिछले सप्ताह स्कूटी सवार और ऑटो चालक के बीच हुए विवाद के बाद स्कूटी सवार की संदिग्ध मौत मामले में व्यापारी लामबंद हो गए हैं. व्यापारियों ने रविवार सुबह सदर बाजार की ट्रंक मार्केट से न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने सदर बाजार से सिटी थाने तक प्रदर्शन करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए न्याय दिलाए जाने की बात कही.
व्यापारियों ने कहना है कि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त दुकानदार अपनी दुकान के अंदर मौजूद थे. उनका ना तो इस विवाद से लेना देना है और ना ही स्कूटी और ऑटो चालक से कोई लेना-देना है. उसके बावजूद कुछ लोगों के बहकावे में आकर स्कूटी सवार के परिजनों ने व्यापारी के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है. गलती सिर्फ उनकी इतनी है कि उनकी दुकान पर उनके ब्रांड का नाम ग्रीन लिखा हुआ है. कुछ लोगों ने ऑटो के नंबर को ऑनलाइन सर्च करके उसका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नंबर देखा तो वह भी इसी ग्रीन ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर रजिस्टर मिला. ऐसे में लोगों को लगा कि ऑटो इसी दुकानदार का है और ड्राइवर भी इन्हीं का कर्मचारी है.
वही, सीसीटीवी में स्पष्ट है कि स्कूटी सवार पीछे से ही लगातार हॉर्न बजाते हुए आ रहा है और वह ऑटो पर हाथ मारकर उसे रोकने के लिए कह रहा है. स्कूटी सवार द्वारा हाथ मारने पर ऑटो का शीशा टूट गया जिसके कारण नुकसान हो गया और ऑटो ड्राइवर द्वारा स्कूटी सवार को रोककर नुकसान की भरपाई करने के लिए कहा. आरोप है कि यहां बाजार में आए लोग इकट्ठे हुए तो स्कूटी सवार घबरा गया और अचानक नीचे गिर गया.
इस दौरान दुकानदार और उसके सभी कर्मचारी दुकान में ही मौजूद थे, लेकिन जब स्कूटी सवार जमीन पर गिरा तो कुछ देर के लिए दुकानदार बाहर आए लेकिन वापस अपनी दुकान के अंदर चले गए. स्कूटी सवार के परिजनों ने दुकानदार व उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है जबकि दोनों ही घटना के वक्त वहां नहीं थे. दुकानदार अपनी दुकान के अंदर था जबकि बताया जा रहा है कि बेटा घटना से पहले ही अपने घर जा चुका था. मामले में अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है जिसके बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा. इस मामले में पुलिस ने भी आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज कब्जे में ली है.
मामले में पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया है, लेकिन इसकी निष्पक्ष जांच किए जाने को लेकर व्यापारी लामबंद हो गए हैं. व्यापारियों का कहना है कि वह भी न्याय चाहते हैं और मृतक के परिवार के प्रति उनकी संवेदना है, लेकिन कुछ लोगों के बहकावे में आकर जिस तरह से दुकानदारों को फंसाया जा रहा है यह एक साजिश लग रही है. ताकि मृतक के परिवार को दुकानदारों के जरिए ही आर्थिक सहायता दिलाई जा सके. उन्होंने पुलिस कमिश्नर, गुरुग्राम विधायक और मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह मामले में निष्पक्ष जांच करा कर उन्हे व व्यापारियों को न्याय दिलाएं.
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