गुरुग्राम: हरियाणा की साइबर सिटी में खुले में नमाज का (Gurugram Open Namaz Dispute) हिंदू संगठनों द्वारा विरोध किया गया था. इसके बाद गुरुद्वारा सिंह सभा कमेटी इस मामले में आगे आई. इस कमेटी ने गुरुद्वारे के द्वार खोलकर भाईचारे की मिसाल पेश की. इसके बाद गुरुद्वारे में नमाज अता करने कि मुस्लिम समुदाय को पेशकश की गई. हालांकि अब गुरुद्वारे में नमाज (Namaz Offering Gurudwara Gurugram) को लेकर संगत के लोगों द्वारा विरोध होना शुरू हो गया (Sangat Protest Namaz Offering Gurugram) हैं.
हालांकि गुरुद्वारा सिंह सभा कमेटी के द्वारा कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते से गुरुद्वारे में नमाज अता की जाएगी या नहीं, इसका फैसला कमेटी की बैठक में लिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर सिख समुदाय के कुछ लोग कमेटी द्वारा लिए गए फैसले का विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि गुरुद्वारे में सिर्फ गुरबाणी-लंगर आदि के लिए प्रांगण बनाया गया है. यहां पर नमाज अता नहीं की जानी चाहिए. लोगों द्वारा कमेटी के फैसले का विरोध भी किया जा रहा है.
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लोगों का कहना है कि कमेटी से बात की जाएगी. अगर कमेटी फिर भी गुरुद्वारे में नमाज कराती है तो उसका विरोध किया जाएगा. बहरहाल गुरुद्वारे में अगले हफ्ते जुम्मे की नमाज होगी या नहीं, इसका फैसला कमेटी लेगी. ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या अगले जुम्मे में नमाज गुरुद्वारे में अता की जाएगी या नहीं.
क्या है पूरा मामला ? - गुरुग्राम के सेक्टर-12 में हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के लोगों के खुले में नमाज पढ़ने का विरोध किया था. दरअसल जिस जगह खुले में लोग नमाज अता की जा रही थी. वहां हिंदू संगठनों ने गोवर्धन पूजा किया था. इस पूजा में विश्व हिंदू परिषद के तमाम बड़े नेता पहुंचे थे. यही नहीं दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा भी इस कार्यक्रम में पहुंचे थे. दोनों समुदाय के बीच किसी तरह का कोई टकराव पैदा ना हो इस को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मुस्लिम समाज को यहां नमाज नहीं करने के लिए कह दिया था.
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बता दें कि सेक्टर-12 में खुले में नमाज की जाती थी, लेकिन लगातार हिंदू संगठनों की तरफ से इस बात का विरोध किया जा रहा था. इसी विवाद में कुछ हिंदू संगठन के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने एक्शन लेते हुए 8 जगहों पर खुले में नमाज पढ़ने की परमिशन को रद्द कर दिया था. इसके बाद हिंदू संगठन की तरफ से सार्वजनिक जगह पर गोवर्धन पूजा की गई. जिससे मामला और तूल पकड़ता चला गया.
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