गुरुग्राम: सोहना नगर परिषद ने दर्जनभर दुकानदारों को 24 घंटे में दुकान खाली करने का नोटिस दिया है. लेकिन दुकानदारों का आरोप है कि परिषद प्रशासन ने समय से पहले ही दुकानों में से सामान निकालकर तोड़फोड़ की.
दुकानदारों का कहना है कि 24 घंटे का समय आपातकालीन स्थिति में दिया जाता है. उनका कहना है कि दुकानों की खस्ता हालत होने का नोटिस देकर प्रशासन ने अपनी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया.
दुकानदारो ने परिषद प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि दुकानों के पीछे सोहना विधायक और परिषद चेयरपर्सन के परिजनों की जमीन है. जिसके लिए रास्ता नहीं था. जिनको रास्ता देने के लिए परिषद ने गरीबों की दुकानों को तोड़कर उनका निवाला छीना है.
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वहीं जब हमारी टीम ने परिषद के एक्सईएन से बात की तो उन्होंने कहा कि दुकानों की खस्ताहालत को देखते हुए उन्हें तोड़ा गया है. जिससे किसी प्रकार की घटना ना घट जाए.
लेकिन दुकानदारों का आरोप है कि प्रशासन ने विधायक और चेयरपर्सन की जमीन के लिए अधूरे पड़े रास्ते को पूरा करने के लिए दुकानों को तोड़ा है.