गुरुग्राम: पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी जूझ रहा है. खरनाक कोविड-19 वायरस से बचने के एक ही उपाय बताया जा रहा है, कि ज्यादा से ज्यादा अपने हाथों को साबुन धोएं या फिर हाथ धो नहीं सकते फिर सेनिटाइजर का इस्तेमाल से भी काम चल सकता है. जिसके बाद बाजार से सेनिटाइजर गायब हो गए. कहीं-कहीं मिल भी रहे तो ऊंचे दामों पर. सेनिटाइजर नहीं मिलने पर लोग साबुन से हाथ धो रहे हैं, ऐसे में अब खबर है कि साबुन की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है और साबुन के पैकेट पर छपे प्रिंट रेट से ज्यादा रेट लिए जा रहे हैं.
साबुन पर प्रिंट रेट से ज्यादा लेने का आरोप
वाक्या गुरुग्राम के सिंकदरपुर बड़ा गांव का है, जहां एक दुकानदार पर साबुन पर प्रिंट रेट से ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगा है. साबुन का दाम 10 रुपए था और दुकानदार ग्राहकों से 13 रुपए वसूल रहा था, जिसका एक ग्राहक ने विरोध किया, इस पर दुकानदार साहब इतना विफर गए कि उन्होंने ग्राहक मजदूर की लात-घूसों से पिटाई कर दी, जिसके बाद सरपंच सहित ग्रामीणों को बीच-बचाव करना पड़ा. मामले की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच में जुट गई है.
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काला बाजारी के खिलाफ सरकार सख्त
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते हुए लॉक डाउन के बीच सरकार के सख्त आदेश हैं कि कोई भी व्यापारी कालाबाजारी नहीं कर सकता. यही नहीं जिला प्रशासन भी खुद कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसते हुए रोजाना चालान कर रहा है लेकिन इसके बावजूद भी कई दुकानदार कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि जिला प्रसाशन कालाबाजारी करने वालो पर क्या सख्त कदम उठाता है.