गुरुग्रामः सोहना के नागरिक अस्पताल में मरीज की मौत हो जाने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों ने इमरजेंसी के सामने शव को रखकर जमकर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की.
हंगामा बढ़ता देख मौके पर भारी तादाद में पुलिस पहुंची और हालात को काबू किया. पुलिस ने शव को गुरुग्राम पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और परिजनों की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी.
परिजनों के आरोप
परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से मरीज की मौत हुई है. गौरतलब है कि गांव जखोपुर निवासी 24 वर्षीय युवक ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था, जिसके बाद नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां पर उसकी 1 घंटे बाद मौत हो गई.
इस पर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया गया था, लेकिन मरीज के परिजन उसे गुरुग्राम नहीं लेकर गए. जिस वजह से उसकी मौत हो गई.
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'मौके से डॉक्टर नदारद'
मृतक युवक के परिजनों के अनुसार गांव जकोपुर का रहने वाला वाला चरण सिंह जिसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था. जहरीला पदार्थ खाने के बाद उसे सोहना के नागरिक अस्पताल में लाया गया. जहां पर पहले डॉक्टर मौजूद नहीं थे, ढूंढने के बाद डॉक्टर ने उसे ग्लूकोस लगा दिया और नमक का पानी देना शुरू कर दिया. कुछ देर बाद डॉक्टर वहां से नदारद हो गए. जब उनके भाई की हालत खराब हुई, तब वह डॉक्टर को अस्पताल में ढूंढते रहे. इस दौरान उसकी मौत हो गई.
'नहीं है अस्पताल की कोई गलती'
वहीं इस मामले में अस्पताल डॉक्टर का कहना है कि शाम करीब 7:15 पर एक जहरीला पदार्थ खाए हुए युवक को इमरजेंसी में लाया गया. मरीज को प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया गया था, लेकिन उसके परिजन उसे वहां से लेकर नहीं गए. इसमें किसी भी तरह से अस्पताल की लापरवाही नहीं थी.
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