गुरुग्राम: रेडक्रॉस सोसायटी (Gurugram Red Cross Society) के सेक्रेटरी श्याम सुंदर पर गुरुग्राम पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. दरअसल रेडक्रॉस सोसायटी में काम करने वाली पीड़िता ने सेक्रेटरी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला ने सेक्रेटरी श्याम सुंदर पर अश्लील (Secretary Shyam Sundar molestation charges) मैसिज भेजने और छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. महिला के मुताबिक कोरोना काल में गुरुग्राम रेडक्रॉस सोसायटी के सेक्रेटरी श्याम सुंदर ने एक महिला को नौकरी पर रखा और बाद में उसके साथ छेड़छाड़ की.
इतना ही नहीं महिला के व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजकर उसे डिलीट भी करता रहा. जब महिला ने इसका विरोध किया तो उसे काम से ही हटा दिया और उसका वेतन तक नहीं दिया. पीड़िता का कहना है कि सेक्रेटरी श्याम सुंदर (Shyam Sundar molestation charge not arrested) अपने आपको सीएम और डीसी से कम नहीं समझता. वो कहता है कि सीएम, डीसी और जज मेरी जेब में घूमते हैं. पीड़िता ने ये भी कहा कि सेक्रेटरी श्याम सुंदर रेडक्रॉस ऑफिस में सबको धमकाता है और कहता है कि है दफ्तर रेडक्रॉस का नहीं बल्कि ये सीएम का दफ्तर है.
एक टेबल पर वो सीएम को रखता है और दूसरी टेबल पर डिप्टी कमिश्नर को, इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. पीड़िता ने कहा कि रेडक्रॉस में नौकरी देने के नाम पर महिलाओं को वो निशाना बनाता है और कहता है कि यहां पर महिलाएं ही काम कर सकती हैं. पुरुष नहीं. पीड़िता के मुताबिक सेक्रेटरी से उसे कहा कि अगर मेरी बात मानोगी तो गुरुग्राम में राज करोगी, क्योंकि कानून, सरकार, प्रशासन सब उनकी जेब में है.
पीड़िता ने कहा कि आरोपी की राजनीतिक रसूख के चलते अभी तक उसकी गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. हाल ही में 15 अगस्त को सेक्रेटरी श्यामसुंदर को हरियाणा के गवर्नर ने भी सम्मानित किया. जबकि पीड़िता ने 12 अगस्त को गुरुग्राम के महिला थाने में मामला दर्ज करा दिया था, लेकिन उसके बावजूद भी डिप्टी कमिश्नर ने उन्हें राज्यपाल से सम्मानित कराया. रेडक्रॉस सोसायटी में कई पदों पर काम कर चुकी उर्मिला राइस ने बताया कि सेक्रेटरी श्याम सुंदर जंहा भी रहे, वहीं विवादों में रहे और उनकी मंशा महिलाओं के प्रति अच्छी नहीं है. इसलिए सरकार को ऐसे भ्रष्ठ लोगों को तुरंत सस्पेंड कर देना चाहिए.
मामले में पीड़िता का केस लड़ रहे वकील अमित कुमार त्यागी ने कहा कि गुरुग्राम कोर्ट में रेडक्रॉस सोसायटी के सेक्रेटरी श्याम सुंदर ने अपनी जमानत अर्जी लगाई थी, जो कि गुरुग्राम कोर्ट ने खारिज कर दी है. उन्होंने कहा कि सेक्रेटरी श्यामसुंदर के खिलाफ उनके पास कई सबूत है. इन्हीं आधार पर गुरुग्राम कोर्ट ने उनकी जमानत खारिज की है. ऐसे में सरकार को भी उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.