गुरुग्रामः डेंगू से लड़ाई के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की टीम स्वाईन फ्लू से लड़ने के लिए तैयार है. गुरूग्राम में स्वाईन फ्लू के देखते हुए रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है. स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विस की ओर से स्वास्थ्य विभाग को एडवाइजरी जारी की गई है. जिसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर डिस्ट्रिक्ट रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन करे. इसके बाद गुरुग्राम में सभी निजी और सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में फ्लू की जांच के लिए स्क्रीनिंग सेंटर बनाए गए. इसके अलावा सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन वॉर्ड बनाए गए हैं.
रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन
स्वाइन फ्लू पर कंट्रोल के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डिस्ट्रिक्ट रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया है. ये टीम जिला में स्वाइन फ्लू के नियंत्रण के लिए स्कूल, कॉलेज में अवेयरनेस प्रोग्राम, इंडियन मेडिकल असोसिएशन और पैरा मेडिकल स्टाफ के बीच कोऑर्डिनेशन का काम करेगी. इस टीम की देखरेख में ही स्वाइन फ्लू के नियंत्रण के लिए सभी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके अलावा स्वाइन फ्लू या एच1एन1 फ्लू की जागरूकता के लिए रेडियो जिंगल्स और सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर, बैनर भी लगाए जाएंगे.
टीम ऐसे करेगी काम
स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विस की ओर से स्वास्थ्य विभाग को एडवाइजरी जारी की गई. जिसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर डिस्ट्रिक्ट रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन करे. सभी निजी, सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में फ्लू की जांच के लिए स्क्रीनिंग सेंटर बनाए. इसके अलावा सभी सरकारी, गैर सरकारी हॉस्पिटल आइसोलेशन वॉर्ड, आईसीयू और वेंटिलेटर सहायता सुनिश्चित करें. जिसकी निगरानी सिविल सर्जन की ओर से गठित टीम करेगी.
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जागरूकता प्रोग्राम पर फोकस
सभी ईएनटी सर्जन डिस्पोजल मास्क का उपयोग करें. सिविल सर्जन जिले में फ्लू के संदिग्ध मरीजों को इलाज के दौरान मिलने वाले प्रोटोकॉल को देखे. स्वाइन फ्लू के सभी संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए पीजीआई रोहतक, चंडीगढ़, बीपीएस कला मेडिकल कॉलेज सोनीपत या नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल नई दिल्ली को ही भेजे. यहां से पुष्टि होने के बाद ही फ्लू की पुष्टि की जाएगी. ग्रामीण या शहरी इलाकों में लोगों को इस बारे में जागरूक करने के लिए पंच, सरपंच, स्कूल कॉलेज की प्रिंसिपल, जिला शिक्षा अधिकारी, पंचायत अधिकारी और आशा वर्करों का सहयोग लिया जाएगा.
निजी और सरकारी अस्पतालों को नोटिस जारी
जागरूकता संबंधी पोस्टर, बैनर और पंपलेट का वितरण भी अनिवार्य किया गया है. सिविल सर्जन जेएस पूनिया ने बताया कि इस संबंध में स्वास्थ्य मुख्यालय की ओर से लेटर मिला है. उन्होंने कहा कि निर्देशों के अनुसार रैपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन किया गया है. इसके साथ-साथ सभी निजी, सरकारी अस्पतालों को लेटर जारी कर दिया गया है.