गुरुग्राम: दक्षिण हरियाणा की राजनाति में छोटे राव और बड़े राव के बीच अब तकरार कम होती नजर आ रही है. जहां मंच पर दोनों के बीच तलखी झलकती थी. वो अब मुर्झाने लगी है. छोटे राव ने पन्ना प्रमुख सम्मेलन में में बड़े राव के लिए वोट मांगे और कहा कि उनके दिल में उनके खिलाफ कोई मतभेद नहीं है. वो उनके साथ हैं और साथ रहेंगे.
छोटे राव यानी राव नरबीर सिंह कैबिनेट मंत्री हरियाणा सरकार और बड़े साहब मतलब राव इंद्रजीत सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री भारत सरकार ये दो मंत्री है जो हरियाणा की राजनीति में अक्सर एक दूसरे के धूर-विरोधी माने जाते रहे हैं. राजनीतिक सफर पर नजर डाले तो अक्सर दोनों नेताओं के मन अलग-अलग ही नजर आते हैं. यही कारण है कि दोनों नेताओं में हमेशा तलखी ही नजर आती है. कभी मंच से शब्दों के द्वारा एक दूसरे पर वार किया जाता है तो कभी अपनी ताकत की अजमाईश राजनीति में नजर आती है.
रविवार को एक कार्यक्रम में दोनों ही नेता शामिल हुए. राव नरबीर सिंह जब मंच पर मौजूद थे. तो उसी वक्त राव इंद्रजीत सिंह भी इस मंच पर पहुंचे. छोटे राव ने माइक संभाला तो कुछ बदले-बदले बोल नजर आए. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर बड़े राव के सम्मान में छोटे राव इतने मृधुभाषी कैसे हो गए है. छोटे राव ने मंच से ये भी ऐलान कर दिया कि राव इंद्रजीत सिंह लिए नरबीर वोट नहीं मांगता लोग ये कहते हैं. लेकिन ये गलत है.
बीजेपी पार्टी का कार्यकर्ता हूं और बीजेपी के सभी उम्मीवार मेरे लिए बराबर हैं. मैं इंद्रजीत सिंह को वोट देने की अपील करता हूं. वहीं राव इंद्रजीत सिंह भी अपने मन से ये बात निकाल दें कि उनसे मेरा कोई बैर है. वो राव इंद्रजीत को अपनी विधानसभा से अधिक से अधिक वोट से जीता कर भेजेंगे. उनके लिए वोट भी मांगेगे. प्रचार भी करेंगे. लेकिन उन्होंने ना कभी राव इंद्रजीत से बारे में बुरा सोचा है और ना सोचेंगे.
ये सब सुनकर बड़े राव के चेहरे पर भी पूरी मुसकान आ गई. इसी मुसकान और सिद्दत के साथ इद्रजीत सिंह ने भी मंच पर राव नरबीर सिंह का अभिवादन किया. अब इस पूरे एपीसोड से क्या कयास लगाए कि अब छोटे राव और बड़े राव की दूरियां कम हो रही है या फिर ये सिर्फ राजनीतिक स्टंट है.
साथ ही गुरूग्राम लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बादशाहपुर विधानसभा में अपना ऑफिस खोल दिया है. ऑफिस का रिबन काटकर राव इंद्रजीत सिंह लोगों से अपील भी की है कि बीजेपी को वोट देकर उन्हें सफल बनाएं.