गुरुग्राम: अहीर रेजिमेंट संघर्ष मोर्चा के बैनर तले धरना दे रहे लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सेना (Ahir Regiment in Indian Army) में अहीर रेजिमेंट का गठन नहीं किया गया तो वे भाजपा के सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे, इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की भी मांग की है. गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा पर बने धरना स्थल पर महापंचायत हुई. इस दौरान 7 मांगों को लेकर सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया. सरकार से इन सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की गई.
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेताया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो महापंचायत में शामिल जेजेपी व बीजेपी के नेता अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. अहीर रेजिमेंट संघर्ष मोर्चा के सदस्य अरुण यादव ने बताया कि महापंचायत में समाज का साथ नहीं देने पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का यादव समाज पूर्ण रूप से बहिष्कार करेगा. इनके कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं होगा. हालांकि इससे पहले एक बार इन दोनों मंत्रियों के पास अहीर रेजिमेंट संघर्ष समिति के लोग जाएंगे और उन्हें रैली में आने का निमंत्रण देंगे.
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महापंचायत में 7 फैसले लिए गए. जिनमें अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर जल्द ही एक बड़ी रैली करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया. संघर्ष समिति इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से भी मुलाकात करेगी और इस संघर्ष को नया आयाम देंगी. अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर 4 फरवरी से गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा पर यादव समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने कई बार सड़क जाम कर या उग्र प्रदर्शन के जरिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की. प्रशासन ने इनके उग्र प्रदर्शन को दबाने के लिए लाठीचार्ज भी किया और गिरफ्तार भी किया गया. अब महापंचायत के बाद समाज महारैली कर सरकार पर दबाव बनाना चाहता है, जिससे उनकी मांगों को पूरा किया जा सके.
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