गुरुग्राम: बहतर इलाज के लिए ज्यादातर लोग निजी अस्पतालों का रुख करतें हैं, लोगों को भरोसा होता है कि कम समय में एक अच्छे डॉक्टर द्वारा उनका इलाज किया जाएगा. लेकिन इन दिनों गुरुग्राम की जनता नीजी अस्पताल की जगह सरकारी अस्पताल का रुख कर रही है.
सरकारी अस्पताल में लगी लोगों की भीड़
खासकर गर्भवती महिलाएं डिलीवरी के लिए सरकारी अस्पताल पर ज्यादा भरोसा कर रही हैं और पिछले कुछ दिनों से गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल और चारों पीएचसी केंद्रों पर जच्चा-बच्चा वार्ड में डिलीवरी के मामलों में इजाफा हुआ है.
सरकारी अस्पताल को तरफ लोगों के बढ़ते रुझान पर सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई सेवाएं के चलते लोगों का आत्मविश्वास बढ़ गया है जिस वजह से लोग अब हर बीमारी के लिए नागरिक अस्पतालों में आना चाहतें हैं.
प्राइवेट की बजाए नागरिक अस्पताल का रुख करे रहें लोग
सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव ने सरकारी अस्पतालों में लोगों को दी जानी वाली सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स से लेकर मरीजों के लिए बेड तक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. गुरुग्राम के चारों केंद्रों पर नागरिक हस्पताल में जच्चा बच्चा वार्ड में डिलीवरी के लिए 40 बेड, पॉलीक्लिनिक में 10 बेड, सोहना और पटौदी में भी 10-10 बेड आरक्षित रखे गए हैं.
उन्होंने बताया कि जिले में 4 केंद्र बनाकर लोगों को जच्चा-बच्चा वार्ड संबंधित सुविधाएं उपलब्ध करानी शुरू कर दी है. वहीं नागरिक अस्पताल में ऑर्थो से लेकर बाकी सब डिपार्टमेंट में 2-2 स्पेशलिस्ट डॉक्टर मौजूद हैं. हालांकि स्किन के लिए मात्र एक स्पेशलिस्ट डॉक्टर मौजूद है.
ये भी पढ़ें: खतरनाक हो सकता है कोरोना वैक्सीन से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट, जानें कैसे होता है डिस्पोज
सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव ने बताया कि सरकारी हस्पताल में पीपीपी मॉडल पर उपलब्ध है MRI और इको जैसे बड़े टेस्टिंग की सुविधा है और तो मार्केट रेट से 60% कम रेट पर यहां पर टेस्टिंग की जाती है.
उनका कहना है कि गुरुग्राम नागरिक अस्पताल में गायनी वार्ड के मामले में सुविधाओं को लेकर जिले का एकमात्र सबसे अच्छा अस्पताल है और अस्पताल में वेंटिलेटर की भी सुविधा उपलब्ध है. वहीं गायनी वार्ड में भी सर्दी और गर्मी से बचाव के लिए एसी और सर्दियों में हीटर की व्यवस्था उपलब्ध है. नागरिक अस्पताल में गायनी के लिए अलग से महिला रोग विशेषज्ञ और स्टाफ नर्स तैनात रहती हैं.
सरकारी अस्पताल पर लोगों ने जताया भरोसा
गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोगों का कहना है कि नागरिक अस्पतालों में अभी बी काफी सुधार की जरूरत है लेकिन कम नीजी अस्पताल से खर्च में और बहतर इलाज सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है.
आपको बता दें कि गुरुग्राम की आबादी 25 लाख से ज्यादा है. ऐसे में 2-2 डॉक्टर होने से मरीजों का तांता सुबह से ही सिविल हॉस्पिटल में लगा रहता है. जिसके बाद मरीजों का नंबर देर से आता है और मरीजों को मजबूरन कतार में घंटो तक खड़ा होना पड़ता है.
ये भी पढ़ें: यात्रियों के मन से निकला कोरोना का डर, चंडीगढ़ बस स्टैंड पर उड़ रही नियमों की धज्जियां
लेकिन फिर भी नागिरक अस्पताल में इलाज के लिए आए लोगों का कहना है कि बेशक थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता हो लेकिन सरकारी अस्पताल द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं हम संतुष्ट हैं और बहतर तरीके से इलाज भी किया जा रहा है.