गुरुग्राम: गुरुग्राम के नाथूपुर गांव में दूसरे दिन तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान लोगों का गुस्सा नगर निगम अधिकारियों पर फूट पड़ा. लोगों ने कार्रवाई का जमकर विरोध किया. इस दौरान कुछ लोगों ने गुरुग्राम नगर निगम टीम व पुलिस पर पथराव करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों को खदेड़ दिया. घर में बैठे लोगों को बाहर निकालने के दौरान भी पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान एक व्यक्ति को चोट भी आई. पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो लोग हट गए, जिसके बाद पुलिस ने 4 मकानों को धवस्त किया. इसमें कुछ लोगों को दो दिन का समय दिया गया, जबकि एक परिवार में मौत का मातम होने के कारण उन्हें मृतक की तेरहवीं करने तक का समय दिया गया.
क्या है मामला: दरअसल, नाथूपुर की पंचायती जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा किया हुआ था. करीब छह एकड़ जमीन पर हुए कब्जे को लेकर अदालत में भी केस विचाराधीन था. केस में सुनवाई के दौरान अदालत ने नगर निगम के हक में फैसला देते हुए पंचायती जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए कहा था. इन आदेशों के तहत नगर निगम द्वारा यहां अवैध रूप से कब्जा कर बैठे लोगों को हटाने के साथ ही जमीन पर कब्जा लेना था.
शुक्रवार को जब नगर निगम ने पहले दिन कार्रवाई की तो लोगों ने विरोध किया, लेकिन भारी पुलिसबल के कारण विरोध नहीं चल सका. उसके बाद दो दिन की छुट्टी के चलते सोमवार को दूसरे दिन जब टीम यहां पहुंची तो लोगों ने भारी विरोध करते हुए टीम को खदेड़ने का प्रयास किया. इस पर पुलिस को सख्ती दिखाते हुए विरोध कर रहे लोगों को खदेड़ना पड़ा.
फिलहाल मामले में टीम ने सोमवार को विरोध के बीच 4 अवैध निर्माणों को ढहा दिया था. टीम ने अन्य कब्जाधारियों को दो दिन का वक्त दिया है. इसके बाद यहां दोबारा पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले कार्रवाई के दौरान विरोध करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वहीं, लोगों का कहना है कि वह नगर निगम की कार्रवाई के खिलाफ वह हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.
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